हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर से था कनेक्शन, अब NIA करेगी J&K के पूर्व विधायक से पूछताछ

Tuesday, Feb 04, 2020 - 11:55 AM (IST)

श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) हिज्बुल मुजाहिदीन के स्वयंभू कमांडर नवीद ‘बाबू' से संबंधों के मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक शेख अब्दुल राशिद से पूछताछ करेगी। नवीद को जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि नवीद ने दावा किया है कि वह राशिद के संपर्क में था। अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता और ‘राशिद इंजीनियर' के नाम से जाने जाने वाले राशिद ने उत्तर कश्मीर के लंगेट से 2014 विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था।



छह फरवरी तक एनआईए की हिरासत में
एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों संबंधी एक मामले में नौ अगस्त को उसे गिरफ्तार किया था जिसके बाद से वह तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में है। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी राशिद को समन जारी करने को लेकर पेशी वारंट हासिल करने के लिए अदालत के पास जाएगी ताकि पूर्व विधायक के नवीद से संबंध के बारे में पूछताछ की जा सके। वह छह फरवरी तक एनआईए की हिरासत में है। नवीद को 11 जनवरी को दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया गया था। नवीद का पूरा नाम सैयद नवीद मुश्ताक अहमद है। सिंह नवीद समेत दो अन्य लोगों को कश्मीर घाटी से कथित रूप से बाहर ले जा रहा था।



पूर्व विधायक के नियमित संपर्क में था आतंकी नवीद
वहीं नवीद ने पूछताछ के दौरान कहा था कि वह एक पूर्व विधायक के लगातार संपर्क में था। अधिकारियों के मुताबिक नवीद ने दावा किया है कि उत्तरी कश्मीर में आतंकवादियों का मजबूत ठिकाना बनाने के लिए वह पूर्व विधायक के नियमित संपर्क में था और छिपने के संभावित इलाके की तलाश कर रहा था। अधिकारियों ने राशिद से पूछताछ की आवश्यकता को सही बताते हुए कहा कि यह निश्चित ही एक गंभीर अपराध है और इसकी गहन जांच किए जाने की आवश्यकता है।

नवीद अपने भाई के सौंपी थी बड़ी जिम्मेदारी
दविंदर सिंह और नवीद के अलावा खुद को वकील बताने वाले इरफान शफी मीर और रफी अहमद राठेर को काजीगुंड में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग से गिरफ्तार किया गया था। बाद में 23 जनवरी को नवीद के भाई सैयद इरफान अहमद को भी पंजाब से लाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। नवीद अपने भाई के लगातार संपर्क में था और उसने उससे कश्मीर की कड़ाके की ठंड से बचने के लिए चंडीगढ़ में रहने की व्यवस्था करने को कहा था। दविंदर सिंह ने पिछले साल भी बाबू को जम्मू लाने और ‘आराम एवं स्वास्थ्य लाभ' के बाद शोपियां वापस लौटने में मदद की थी।

rajesh kumar

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