उमर अब्दुल्ला और अन्य पर PSA लगाना केंद्र की मनमानी: NC

Saturday, Feb 08, 2020 - 03:22 PM (IST)

श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, महासचिव अली मुहम्मद सागर और अन्य लोगों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह कदम केंद्र की मनमानी का स्पष्ट उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की छह महीने की ऐहतियातन हिरासत पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले बृहस्पतिवार को उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया।



बृहस्पतिवार को ही दिन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव तथा पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरताज मदनी पर भी पीएसए लगाया गया। नेकां के नेता मुहम्मद अकबर लोन, हसनैन मसूदी और इमरान नबी डार ने साझा बयान में कहा सरकार का यह कदम जम्मू और कश्मीर में सामान्य स्थिति के भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दावे की असलियत सामने लाता है। उन्होंने कहा कि नेकां नेताओं और अन्य लोगों पर पीएसए लगाना केंद्र की मनमानी का स्पष्ट उदाहरण है।

किसका विश्वास किया जाए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उमर अब्दुल्ला को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस बयान में कहा गया है, यह वास्तव में चिंताजनक है कि प्रधानमंत्री संसद में व्यंग्यात्मक वेबसाइट का हवाला देकर नेता पर बयानबाजी कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला के खिलाफ आरोपों को निराधर बताते हुए नेकां ने कहा एक तरफ गृहमंत्री कहते हैं कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों को राष्ट्र विरोधी कभी नहीं कहा और दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि वे आतंकवाद को शह दे रहे थे। किसका विश्वास किया जाए?

rajesh kumar

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