लॉकडाउन  दौरान जम्मू-कश्मीर की भद्रवाह घाटी में लकड़ी तस्करी के मामले बढ़े

Thursday, Apr 09, 2020 - 03:02 PM (IST)

भद्रवाह/जम्मू: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन के चलते एक ओर जहां देशभर में अधिकतर लोगों के कामकाज बंद हैं वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर की भद्रवाह घाटी में लकड़ी तस्करों का धंधा इन दिनों फल फूल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को ही भद्रवाह वन क्षेत्र (बीएफडी) में लकड़ी की तस्करी के एक दर्जन से अधिक मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि वन अधिाकरियों ने पुलिस के साथ मिलकर बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिये अभियान चलाए हैं। लगभग छह हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित पर्वतीय घाटी भद्रवाह में घने शंकुधारी वन हैं।
 

हालांकि, लकड़ी माफियाओं द्वारा वनों की अवैध कटाई के चलते वन क्षेत्र तेजी से सिकुड़ रहा है। भद्रवाह के मंडलीय वन अधिकारी (डीएफओ) चंद्रशेखर ने कहा, 'हमने ऐसी घटनाओं का पता लगाया और पाया कि असामाजिक तत्व लॉकडाउन के दौरान (अधिकारियों की) की आवाजाही कम होने का फायदा उठाकर वन संपदा चोरी कर रहे हैं। वे डीजल से चलने वाले कटर का इस्तेमाल करते हैं, जिनसे बेहद कम समय में बहुत ज्यादा नुकसान होता है।' उन्होंने कहा कि 25 मार्च को शुरू हुए लॉकडाउन के पहले दो हफ्तों में 14 लोगों के खिलाफ दस मामले दर्ज किये गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को दो लकड़ी तस्करों को गिरफ्तार कर नीरू रेंज में अवैध रूप से चल रहे 14 आराघरों को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि बीते चार दिन में चिरला रेंज में टांटा पंचायत में 1286.9 घन फुट लकड़ी और नौ भारी यांत्रिक डीजल कटर जब्त किये गए हैं। डीएफओ ने कहा कि विभाग ने पुलिस और वन संरक्षण बल (एफपीएफ) से वन माफियाओं से निपटने के लिये मदद का अनुरोध किया था। शेखर ने कहा, 'पुलिस और एफपीएफ ने तुरंत हरकत में आते हुए संयुक्त अभियान शुरू किया जो वन क्षेत्र में कई स्थानों पर अभी भी जारी है।'

 

rajesh kumar

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