दादा से मिली प्रेरणा, जम्मू के छात्र ने UPSC में छू लिया अासमान

Wednesday, May 11, 2016 - 04:36 PM (IST)

जम्मूः यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में अतहर आमिर उल शफी खान ने दूसरा स्थान हासिल किया है। उनका कहना है कि उन्हें आईएएस बनने की प्रेरणा अपने दादा गुलाम अहमद खां से मिली। वह अनंतनाग के एक अनपढ़ किसान हैं, जिनसे उन्‍होंने मेहनत करने का जुनून सीखा और आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई। उनकी इच्छा थी कि वह अपने पोते को अधिकारी बनाएं। 

कभी सोचा नहीं था आईएएस बनूंगा
आमिर ने बताया कि उनकी शुरुआती पढ़ाई जम्मू-कश्मीर के इकबाल मेमोरियल स्कूल में हुई। दादा की प्रेरणा से ही वह देश में दूसरा स्थान हासिल कर पाए। आमिर के खानदान में दूर-दूर तक कोई आईएएस नहीं है। उन्‍होंने भी पहले कभी सोचा नहीं था कि एक दिन वो आईएएस बनेंगे। लेकिन जब वो बीटेक कर रहे थे, उन्‍हें ख्‍याल आया कि अगर वो सिविल सेवा में आ जाते हैं तो वो बहुत सारे लोगों के बहुत काम आ सकेंगे। कश्‍मीर में कुछ बदलाव ला सकेंगे।

आईआरटीएस लखनऊ में ले रहे ट्रेनिंग
आमिर ने बताया कि इससे पहले वह 2014 में यूपीएससी परीक्षा में सिलेक्ट हुए थे। उनकी रैंक 560 होने की वजह से उन्हें आईआरटीएस कैडर मिला। वह मौजूदा समय में आईआरटीएस के लखनऊ स्थित ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से रेलवे अधिकारी की ट्रेनिंग कर रहे हैं। वह दिसंबर में यहां ट्रेनिंग करने आए थे और यहीं उन्होंने अपने साथियों के साथ इंटरव्यू की तैयारी की। वह यहां खुद ही आपस में मॉक इंटरव्यू करते थे और एक दूसरे की तैयारी को जांचते थे।

जगजीत सिंह की गजलें सुनने के शाैकीन
आमिर के मुताबिक, उन्होंने स्टेट की प्रियॉरिटीज में यूपी को जगह दी है। यूपी सरकार उन्हें अपने यहां सेवा करने का मौका देती है तो वह यहां काम करना चाहेंगे। आमिर ने बताया कि जम्‍मू-कश्‍मीर में बेसिक एजुकेशन के बाद उन्होंने आईआईटी मंडी, हिमाचल प्रदेश से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्हें ट्रैकिंग, बैडमिंटन, फुटबाल और क्रिकेट का भी शौक है। उन्हाेंने बताया कि आईएएस में सिलेक्ट होना है तो बैलेंस होना बहुत जरूरी है।वह अपने शेड्यूल में रिलेक्स होने के लिए सिंगर जगजीत सिंह की गजलें सुनते थे।

बदल रहा है जम्मू-कश्मीर में माहौल
आमिर ने बताया कि जम्‍मू-कश्‍मीर के बारे में काफी कुछ निगेटिव सुनने को मिला है, लेकिन वहां माहौल बदल रहे हैं। जब से शाह फैजल ने सिविल सेवा में देश में टॉप किया है, तब से यूथ बहुत ज्‍यादा संजीदा हो गया है। सिविल सेवाओं में आगे भी कश्‍मीर की वादियों से नाम रोशन करने वालों की संख्‍या बढ़ती रहेगी। 

Advertising