जम्मू में अलग AIIMS की मांग को लेकर 72 घंटे के बंद का ऐलान

Friday, Jul 31, 2015 - 12:59 PM (IST)

जम्मू: एम्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने केन्द्र सरकार के फैसले को अस्वीकार करते हुए तीन दिनों के लिए जम्मू बंद की शुरूआत कर दी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कल घोषणा की थी कि जम्मू को एम्स जैसी ही सुविधा मिलेगी। इस बात को एम्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने मानने से इन्कार दिया है। कमेटी का कहना है कि एम्स जैसी सुविधा नहीं बल्कि जम्मू को एम्स चाहिए। जम्मू के लिए घोषित एम्स कश्मीर को दे दिया गया है ऐसे में जम्मू को सरकार उसके अधिकारों से वंचित नहीं कर सकती है। वहीं भाजपा प्रदेश ने कल कच्ची छावनी स्थित अपने कार्यालय में एम्स मिलने की खुशी में जश्न मनाया।

एम्स की मांग को लेकर एम्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने तीन दिनों के लिए जम्मू बंद का आहवान किया है।  जम्मू 31 जुलाई से 2 अगस्त तक बंद रहेगा।  बुधवार शाम कोर कमेटी ने अम्बफला से कैंडल मार्च निकाला जो सी.पी.ओ. चौक, कच्ची छावनी, रणबीर लाइब्रेरी चौक, परेड, मोती बाजार, सब्जी मंडी, राज तिलक रोड, पुरानी मंडी, सिटी चौक, रघुनाथ बाजार से होता हुआ रघुनाथ मंदिर सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर ए.सी.सी. के चेयरमैन अभिनव शर्मा ने कहा कि ए.सी.सी. राजनीतिक मंच नहीं है, इस कमेटी में 150 से अधिक सामाजिक, धार्मिक व व्यापारिक संगठन जुडेृ हैं। 

भाजपा ने 20 जुलाई तक एम्स की स्वीकृति के लिए लिखित समझौता कर आश्वासन दिया था लेकिन भाजपा नाकाम रही और एम्स ने 30 जुलाई तक का समय दिया था लेकिन भाजपा केन्द्र व राज्य में गंभीर नहीं है जिसके चलते एसीसी को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ा है। आंदोलन में ट्रेड व ट्रांसपोर्ट यूनियन भी सहयोग दे रही है।

जम्मू बंद पूरी तरह से सफल होगा। जम्मू के लोग धोखा व भेदभाव बर्दाश्त नहीं करेंगे। चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं न होने पर लोगों को उपचार के लिए बाहरी राज्यों में जाना पडता है। अभिनव शर्मा ने कहा कि जब तक एम्स की घोषणा नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

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