सेना प्रमुख बनने के बाद मनोज मुकुंद नरवणे सियाचीन पहुंचे, सुरक्षा हालातों का लिया बयौरा

Thursday, Jan 09, 2020 - 02:42 PM (IST)

जम्मू: सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे गुरुवार को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन पहुंचे। सेना प्रमुख का पद संभालने के बाद जनरल नरवणे पहली बार यहां पहुंचे हैं। सियाचीन पहुंचने के बाद सेना प्रमुख ने सबसे पहले यहां स्थित युद्घ स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने जवानों से मिलकर यहां के सुरक्षा हालातों का बयौरा लिया साथ ही नव वर्ष के आगमन पर जवानों को शुभकामनाएं भी दी। यह दुनिया को सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। सेना प्रमुख के साथ उत्तरी कमान और अन्य कोर के वरिष्ठ अधिकारी भी थे। 

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सियाचिन ब्रिगेड के कमांडर ने सेक्टर में की जा रही तैयारियों से जनरल नरवणे को अवगत कराया। सेना प्रमुख ने अग्रिम चौकियों पर तैनात सैनिकों से मुलाकात की और उनके साथ बातचीत की। उन्होंने खराब मौसम तथा दुर्गम भूभाग के बावजूद उनके हौसलों और मनोबल की सराहना की। 



बता दें कि नरवणे देश के 28वें सेना प्रमुख हैं। उन्होंने विपन रावत का स्थान लिया है, जिन्हेंं देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया गया है। सेना प्रमुख नरवणे ने पदभार संभालने के बाद पाकिस्तान को साफ शब्दों में कहा था कि आतंकवाद को लेकर पाक का पैंतरा अब ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला है। उन्होंने पाक को चेताया कि अगर वह आतंकवाद को नहीं रोकता है तो हमारे पास आतंकी अड्डो पर हमला करने का अधिकार है। जनरल नरवणे ने कहा कि पूरा देश सियाचिन में तैनात सैनिकों पर गौरवान्वित है जो देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर रहे हैं। सियाचिन बेस कैंप में, जनरल नरवणे ने सियाचिन युद्ध स्मारक में उन सभी बहादुर योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। 

rajesh kumar

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