JKLF के पूर्व नेता के खिलाफ मामलों की CBI जांच के लिए अदालत में अर्जी

punjabkesari.in Sunday, Mar 08, 2020 - 01:41 PM (IST)

जम्मू: प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जेकेएलएफ के पूर्व नेता फारुक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे के खिलाफ विभिन्न आतंकी मामलों की सीबीआई जांच के अनुरोध को लेकर एक कश्मीरी पंडित जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय पहुंचा। उक्त कश्मीरी पंडित के पिता की आतंकवादियों ने 1997 में हत्या कर दी थी। कराटे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक आतंकवादी मामले में पिछले वर्ष गिरफ्तार किया था। कराटे नवम्बर 1990 से 2006 के बीच करीब 16 वर्षों तक विभिन्न आरोपों को लेकर जेल में रहा है। इन मामलों में हत्या से लेकर कई आतंकवादी घटनाओं के मामले में शामिल थे।

PunjabKesari

कराटे को एक टांडा अदालत ने उसके खिलाफ आरोप तय करने में अत्यधिक देरी के आधार पर 2006 में जमानत दे दी थी। कराटे रिहाई के बाद यासीन मलिक के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) से अलग हो गया था और अब जेकेएलएफ के एक अन्य धड़े का हिस्सा है। उच्च न्यायालय में कराटे के खिलाफ अर्जी विकास रैना द्वारा दायर की गई है। विकास रैना एक कश्मीरी पंडित हैं जिनके पिता एवं एक उच्च माध्यमिक स्कूल के प्राचार्य अशोक रैना की हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादियों ने 1997 में गूल में स्कूल के दो अन्य शिक्षकों के साथ हत्या कर दी थी।

PunjabKesari

रैना ने अधिवक्ता उत्सव सिंह बैंस के जरिए दायर अपनी अर्जी में प्राथमिकियों की एक सूची संलग्न की है जो कराटे के खिलाफ लंबित हत्या एवं आतंकवादी कृत्यों से संबंधित जघन्य अपराधों से संबंधित हैं। अदालत के एक अधिकारी ने कहा कि रैना ने कराटे के खिलाफ मामलों की सीबीआई द्वारा नए सिरे से जांच का अनुरोध किया है। रैना ने अपनी अर्जी में एक वीडियो फुटेज भी संलग्न किया है जिसमें कराटे 20 कश्मीरी पंडितों की हत्या करना कैमरे पर कथित तौर पर स्वीकार करते हुए दिख रहा है। उन्होंने कहा कि रैना की अर्जी उच्च न्यायालय द्वारा 11 मार्च को सुनवाई के लिए आ सकती है। रैना ने कहा सरकार और पुलिस की उदासीनता के चलते यह हुआ कि कराटे जैसा खतरनाक आतंकवादी बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों की हत्या करने के बाद बाहर आ गया।

 

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Author

rajesh kumar

Recommended News

Related News