उधमपुर में नाराज बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल 2 दिन और बढ़ाई

Sunday, Oct 13, 2019 - 01:06 PM (IST)

उधमपुर(सौरभ): बिजली विभाग के प्राइवेटाइजेशन की प्रक्रिया शुरु होने के विरोध में ऑल स्टाफ पी.डी.डी. को-आर्डिनेशन कमेटी के बैनर तले बिजली कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल को 2 दिनो के लिए बढ़ा दिया गया है। वहीं, आज तीसरे दिन भी कर्मचारियों ने विभाग के कार्यकाल परिसर में धरना दिया तथा अपनी मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की।



विभाग में 15 से 20 वर्ष हो गए, लेकिन अभी भी स्थायी नही 
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे मोहम्मद अनवर ने बताया कि बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर सरकार की ओर से प्रक्रिया शुरु कर दी गई है, लेकिन विभाग में कार्यरत नीडबेस एवं डेलीवेज कर्मियों की निजीकरण की स्थिति को अब तक स्पष्ट नहीं किया गया है कि उन्हें भी नौकरियां दी जाएंगी या उन्हें दर-बदर होना पड़ेगा। उनका कहना था कि कई अस्थाई कर्मचारियों को विभाग में कार्य करते हुए 15 से 20 वर्ष हो गए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक स्थायी नहीं किया गया है, जबकि नियम है कि जो कर्मचारी 7 वर्ष विभाग में कार्य ले उसे स्थायी किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि बिजली विभाग के प्राइवेटाइजेशन होने से कर्मचारियों का क्या होगा।

सरकार पहले विभाग में तैनात कर्मचारियों को विश्वास में लें
अनवर ने कहा कि निजीकरण को लेकर गठित की गई कमेटी में विभाग के कर्मचारियों को यूनियन या अन्य पदाधिकारी किसी को भी शामिल नहीं किया गया है। बिजली के निजीकरण को लेकर सरकार को चाहिए था कि वह पहले विभाग में तैनात कर्मचारियों को विश्वास में लेती औऱ पर्याप्त ढंग से ब्लू प्रिंट तैयार कर निजीकरण की प्रक्रिया को औपचारिक ढंग से पूरा करती। उनकी मांग थी कि विभाग मे तैनात कर्मचारियों को भी कमेटी में शामिल किया जाए और निजीकरण की प्रक्रिया को लेकर कर्मचारियों के सुझाव एवं सहमति के साथ कार्य किए जाएं, परन्तु निजीकरण को लेकर प्रक्रिया विपरीत दिशा में चलाई जा रही है। जिससे कर्मचारियों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

उनका कहना था कि जब तक सरकार की ओर से बिजली कर्मचारियों के हित में कोई रणनीति तैयार नहीं की जाती तब तक को-आर्डिनेशन कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा तैयार की जाने वाली अगली रणनीति के समर्थन मे सभी कर्मचारी हड़ताल जारी रखेंगे।

rajesh kumar

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