'DSP की गिरफ्तारी पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण': सलाहकार खान

Tuesday, Jan 14, 2020 - 03:31 PM (IST)

श्रीनगर: आतंकियों के मददगार डीएसपी देविंद्र सिंह के मामले में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्म के सलाहकार फारूक खान का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं इस मामले को लेकर कोई चर्चा नहीं करना चाहता, मामले की जांच चल रही है। हर संगठन में ऐसे लोग होते हैं, उन्होंने मामले का पर्दाफाश करने के लिए का श्रेय जम्मू पुलिस को दिया। उनके मुताबिक यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजनीतिक दल उन मामलों पर राजनीति कर रहे हैं, जो सीधे भारत की सुरक्षा से संबंधित हैं। 



बता दें कि आतंकवादी गतिविधियों को लेकर खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार शाम को अनंतनाग के वानपोह में सुरक्षा बलों ने एक वाहन को रोका। सुरक्षा बलों ने वाहन से 2 आतंकवादियों सहित डी.एस.पी. देविंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 1 ए.के.-47 राइफल, एक पिस्तौल और अन्य हथियार एवं गोला-बारूद बरामद किया गया था। गिरफ्तार दोनों आतंकवादी हिजबुल के शीर्ष कमांडर हैं, जिनकी कई आतंकवादी घटनाओं के सिलसिले में तलाश थी।

आतंकियों को दिल्ली पहुंचाने की हुई थी डील, अफजल गुरु से थी नजदीकी
आरोपी डी.एस.पी. देविंद्र सिंह के मामले में नया खुलासा हुआ है कि उक्त डी.एस.पी. ने आतंकियों को पहले चंडीगढ़ और फिर दिल्ली पहुंचाने के लिए 12 लाख रुपए में सौदा किया था। इतना ही नहीं, अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए उसने बकायदा चार दिन की छुट्टी भी ले ली थी। उक्त डी.एस.पी. का संसद हमले के आतंकी अफजल गुरु से कनैक्शन भी सामने आया है। आतंकवादी अफजल गुरु ने कथित तौर पर उक्त आरोपी देविंद्र का नाम लिया था। पुलिस का कहना है कि डी.एस.पी. देविंद्र के साथ अफजल गुरु के कनैक्शन की जांच चल रही है।

डी.एस.पी. के पास था आतंकियों के लिए हथियारों की डील करवाने का जिम्मा
सूत्रों की मानें तो कुख्यात आतंकियों के लिए हथियारों की डील करवाने का जिम्मा भी डी.एस.पी. के पास ही था। अभी इस मामले में सुरक्षा एजैंसियां पूछताछ कर रही हैं। इस दौरान बड़े मामले खुल सकते हैं।

rajesh kumar

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