कोरोना वायरस: जम्मू-कश्मीर में पांच और मामले सामने आए, आंकड़ा पहुंचा 75
Saturday, Apr 04, 2020 - 10:40 AM (IST)
जम्मू: जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के पांच और मामले सामने आने के बाद केन्द्र शासित प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 75 हो गई है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा शुक्रवार को 5,316 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसके साथ निगरानी में रखे गए संदिग्ध रोगियों की तादाद बढ़कर 22, 993 हो गई है। प्रधान सचिव (सूचना एवं योजना) रोहित कंसल ने यहां पत्रकारों से कहा, 'कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 75 हो गई है। आज पांच नये मामले सामने आए हैं।'
Thirty-four red zones have been identified in Jammu & Kashmir with respect to reporting of #COVID19 cases. 24 of these are in Kashmir division while 10 are in Jammu division - four in Jammu, five in Rajouri & one in Udhampur: Rohit Kansal, Principal Secretary (Planning), J & K https://t.co/lrmaujAY80
— ANI (@ANI) April 3, 2020
वहीं इससे पहले कल जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस के आज 8 नए मामले सामने आए थे। इनमें से 17 जम्मू और 53 मामले कश्मीर संभाग के हैं। हालांकि 3 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जबकि 2 मरीजों की मौत हुई है। जम्मू-कश्मीर में अभी तक 17677 संदिग्ध मामलों की निगरानी की जा रही है। इनमें से 10694 मामलों को घरों मेंं अलग रहने के लिए कहा गया है और 622 संदिग्धों को अस्पताल मेंं अलग रखा गया है व 65 अस्पताल में आईसोलेशन में हैं। इसके अलावा 4109 लोगों की घरों मेंं निगरानी की जा रही है, जबकि 2187 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। अभी तक 1084 सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 1010 नैगेटिव और 70 मामले पॉजीटिव पाए गए थे, जबकि 4 मामलों की रिपोर्ट अभी आनी है।
लोगों से स्थिति से निपटने में योगदान देने का आग्रह करते हुए सरकार ने आम जनता से अपील की कि कोरोना वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है। जनता के सहयोग से स्थिति से सफ लतापूर्वक मुकाबला करना है। लोगों से अफ वाहों पर ध्यान न देने के लिए कहा जा रहा है। सरकार ने कहा कि इस संबंध में लोग सरकार द्वारा जारी सूचनाओं पर भरोसा करें।
नागरिकों को व्यक्तिगत स्वच्छता, हाथ धोने, खांसने और छींकने वाले शिष्टाचार जैसी बुनियादी सावधानियां बरतनी चाहिएं तथा वायरस को रोकने के लिए तुरंत चिकित्सा अधिकारियों को किसी भी लक्षण (बुखार, सांस लेने में कठिनाई और खांसी) की सूचना देनी चाहिए। वहीं प्रशासन द्वारा लॉक डाऊन सख्ती से जारी है, जिसके चलते अधिकांश सड़कें सुनसान हैं।