पिछले दो वर्षाे में संघर्षविराम उल्लंघन के सामने आए 583 मामले

Sunday, Jul 30, 2017 - 01:03 PM (IST)

श्रीनगर: पिछले करीब दो वर्षाे के दौरान जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास सेना के परिचालनात्मक कमान के तहत संघर्ष विराम के उल्लंघन के 583 मामले सामने आए हैं जिसमें सेना के 15 जवान शहीद हुए हैं। सरकार ने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा है। रक्षा मंत्रालय के समन्वित मुख्यालय :एचक्यू: के सैन्य परिचालन महानिदेशालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास सेना के परिचालनात्मक कमान के तहत 3 जुलाई 2015 से 3 जुलाई 2017 के बीच संघर्ष विराम के उल्लंघन के 583 मामले सामने आए हैं । 2015 में इस अवधि में एेसे 135 मामले सामने आए थे जिनमें 4 जवान शहीद हुए थे। 2016 में संघर्ष विराम के उल्लंघन के 228 मामले सामने आए जिनमें 8 जवान शहीद हुए और 3 जुलाई 2017 तक एेसे 220 मामले सामने आए जिनमें 3 जवान शहीद हुए।   

 


चीन के साथ सीमा विवाद और घुसपैठ के बारे में एक सवाल के जवाब में रक्षा मंत्रालय के समन्वित मुख्यालय :एचक्यू: ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमांकन औपचारिक रूप से नहीं किया गया है, एेसे में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों पक्षों में गश्ती को लेकर अपनी अपनी समझ है, इसके कारण अस्थायी तौर पर अतिक्रमण की घटनाएं होती हैं। 

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