J&K: 3 ऐसे डिप्टी कमिश्नर, जिन्होंने बदल दी कश्मीर की तस्वीर...विकास और प्रगति की तरफ बढ़ रही घाटी

Thursday, Jan 19, 2023 - 01:44 PM (IST)

श्रीनगर: कश्मीर अब पहले जैसा नहीं रहा है। अब घाटी विकास और प्रगति की तरफ बढ़ रही है और इसके पीछे यहां के डिप्टी कमिश्नरों का काफी सहयोग है। उत्तरी कश्मीर के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों के डिप्टी कमिश्नर जिन्होंने कम समय में बुनियादी ढांचे में सुधार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इन क्षेत्रों को प्रगित की तरफ मोड़ा।

 

डिप्टी कमिश्नर के प्रयासों से ही इन क्षेत्रों में नई सड़कों और पुलों के निर्माण के साथ-साथ कई नए व्यवसायों और पर्यटन स्थलों को बढ़ावा मिला। इन्होंने अपने-अपने जिलों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को लागू किया है। उनके नेतृत्व और समर्पण की सरकारी अधिकारियों और समुदाय दोनों ने व्यापक रूप से प्रशंसा की है।

 

डॉ. सेहरिश असगर: डीसी बारामूला

बारामूला की डिप्टी कमिश्नर डॉ. सेहरिश असगर, आईएएस ने बहुत ही कम समय में अपने जिले के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2013 बैच की अधिकारी के रूप में, उन्होंने विभिन्न भूमिकाओं में काम किया है, जिसमें उपायुक्त बडगाम, कश्मीर में सूचना निदेशक और जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के मिशन निदेशक में भी वे शामिल रह चुकी हैं। डॉ असगर ने शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कृषि, बागवानी, आर एंड बी, और पीडीडी सहित विभिन्न विभागों में बदलाव लागू किए। उन्होंने हाल ही में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम के तहत 36 स्मार्ट प्राथमिक विद्यालयों, 18 प्राथमिक और 18 मध्य विद्यालयों का ई-उद्घाटन किया, जिन्हें ईसीसीई परिव्यय, डिजिटल बुनियादी ढांचे के साथ आधुनिक बनाया गया था और आधुनिक मानकों के लिए पुनर्निर्मित किया गया था।

 

इसके अतिरिक्त, 18 और स्कूलों को मॉडल अकादमिक प्रयोगशालाओं (गणित विज्ञान और भाषा प्रयोगशाला) के साथ उन्नत किया गया और उनका उद्घाटन भी किया गया। इतनी ही नहीं उनके नेतृत्व में उरी में सीमा समृद्धि योजना के तहत LoC पर चौटाली स्कूल का निर्माण किया गया। 2005 के भूकंप में स्कूल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था और निर्माण के लिए कोई जमीन उपलब्ध नहीं थी। डॉ. असगर ने प्रशासन और स्थानीय निवासियों दोनों की मदद से स्कूल को फिर से शुरू करवाया। उनके कार्यकाल में, बारामूला को देश के सभी आकांक्षी जिलों में तीसरा स्थान प्राप्त करने सहित 4 अलग-अलग पुरस्कार प्राप्त हुए, जिससे जिले को एडीपी से 3 करोड़ का नकद पुरस्कार प्राप्त हुआ।

 

डॉ ओवैस अहमद

बांदीपोरा के डीसी डॉ ओवैस अहमद राणा जम्मू-कश्मीर कैडर के 2014 बैच के IAS अधिकारी हैं। वह जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के उत्तरी कश्मीर क्षेत्र में उपायुक्त बांदीपोरा के रूप में कार्यरत हैं। ओवैस ने उपायुक्त शोपियां और जम्मू और कश्मीर ऊर्जा विकास एजेंसी (JAKEDA), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, जम्मू-कश्मीर सरकार के तहत काम करने वाले मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में भी काम किया है। उन्होंने जेके राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया। 

 

उनके कार्यकाल के दौरान, जिला अस्पताल बांदीपोरा ने नवंबर, 2022 में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (जेके ई-सहज) पर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिला अस्पतालों की श्रेणी में पहली रैंक हासिल की। बांदीपोरा-गुरेज़ सड़क को खराब मौसम के बावजूद पहली बार चालू किया गया। स्नो क्लीयरेंस ऑपरेशंस की दक्षता और कार्यप्रणाली का अनुकूलन करने के लिए, जिला प्रशासन बांदीपोरा ने हाल ही में स्नो क्लीयरेंस मशीनों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) स्थापित किया है। इतना ही नहीं गुरेज की यात्रा को आसान करने के लिए पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध कराई गईं।

 

इसके अलावा वे बांदीपोरा को जम्मू-कश्मीर के पर्यटन मानचित्र पर ले लिया है। गुरेज़ को हाल ही में भारत में सर्वश्रेष्ठ ऑफबीट पर्यटन स्थल होने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। डीसी बांदीपोरा के प्रयास सबसे आगे थे क्योंकि पिछले साल लगभग 39000 पर्यटकों ने गुरेज का दौरा किया था। जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण में विकास ने बांदीपोरा जिले के समग्र स्वरूप को बदल दिया है। बांदीपोरा को हैदराबाद, तेलंगाना में आयोजित ई-गवर्नेंस पर 24वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए अभिनव डिजिटल उत्पाद "पंचायत विकास सूचकांक" के लिए अपनी तरह का पहला पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार बांदीपोरा के उपायुक्त डॉ ओवैस अहमद को प्रदान किया गया। बांदीपोरा जिले ने केंद्र शासित प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न संकेतकों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तीन पुरस्कार जीते और एसकेआईसीसी श्रीनगर में आयोजित दो दिवसीय एमसीएच कॉन्क्लेव में सम्मानित किया गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में लाभार्थियों के बीच 100 प्रतिशत जेएसवाई वितरण के लिए जिले को सर्वश्रेष्ठ जिला घोषित किया गया। जिले को कायाकल्प के तहत हाजिन ब्लॉक में एचडब्ल्यूसी नेसबल के लिए विजेता पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए से भी सम्मानित किया गया।

 

 डोईफोड सागर दत्तात्रेय, DC कुपवाड़ा

कुपवाड़ा जिले में नवंबर 2022 तक 278.52 किलोमीटर के लक्ष्य में से 272.25 किलोमीटर सड़कों को पक्का किया गया और इसके लिए DC डोईफोड सागर दत्तात्रेय ने अहम भूमिका निभाई। कुपवाड़ा के DC डोईफोड सागर दत्तात्रेय डीसी डोडा और एसडीएम उरी के रूप में भी काम कर चुके हैं। नीति आयोग ने वित्तीय समावेशन और कौशल विकास विषय के तहत प्रथम रैंक हासिल करने के लिए जिला कुपवाड़ा को 3 करोड़ रुपए का अनटाइड ग्रांट प्रदान किया है। डोईफोड सागर दत्तात्रेय जम्मू-कश्मीर के पहले ऐसे डीसी हैं जिन्होंने कुपवाड़ा जिले को नशामुक्त करने के लिए ड्रग पेडलर्स की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश पारित किया।

 

डॉ दत्तात्रेय ने पहले ही जम्मू क्षेत्र में एक सराहनीय काम किया है जहां उन्होंने डोडा जिले के उपायुक्त के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। डॉ दत्तात्रेय चाहते हैं कि उनका जिला नशामुक्त हो और इसके लिए उन्होंने कई अहम कदम भी उठाए। दिसंबर 2022 में कुपवाड़ा में सिविल सेवा के उम्मीदवारों के लिए मुफ्त कोचिंग शुरू की गई। डॉ दत्तात्रेय ने हाल ही में बताया था कि उनके पास प्रवेश परीक्षा के लिए करीब 2000 बच्चों के फॉर्म आए थे। उसमें प्रवेश परीक्षा लेकर करीब 300 बच्चों को चुना गया। उन्होंने बताया था कि उनको हम आने वाले करीब 100 दिनों तक सिविल सेवा की कोचिंग देंगे। UPSC और JKPSC के अनुभवी फैकल्टी उन्हें कोचिंग दे रहे हैं।

Seema Sharma

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