गंभीर रोगों के ईलाज में फायदेमद साबित हो रही आयुर्वेद की नब्ज़ जांच तकनीक

Saturday, Feb 13, 2021 - 04:38 PM (IST)

जालंधरः राष्ट्रीय अवॉर्ड विजेता नब्ज़  जांच तकनीक सामान्य  व  गंभीर रोगों के ईलाज में फायदेमंद साबित हो रही  है। इस तकनीक में  आयुर्वेद विशेषज्ञ  सिर्फ नब्ज़ देखकर शरीर की सारी समस्याएं बता देते हैं । विश्वभर में 120 देशों में 60,000 से ज्यादा मरीज़ इससे लाभ ले चुके हैं । शरीर में वात, पित्त व कफ त्रिदोष पाए जाते हैं। इनमें असंतुलन की वजह से व्यक्ति रोगग्रस्त हो जाता है। इस तकनीक के द्वारा  कलाई की धमनी की जगह नाड़ी देखी जाती है और इसके जिस की गति व बल के आधार पर त्रिदोष और मल की विकृति की पहचान की जाती है।

 

आयुर्वेद विशेषज्ञ पुरुष के दाएं, स्त्री के बाएं हाथ की नाड़ी देखते हैं। अवयव नाड़ी (ऑर्गन पल्स) की जांच के लिए तीनों नाडिय़ों के परीक्षण में उनकी गति व बल को विशेष रूप से देखते हैं। इससे अंग में बीमारी व गंभीरता की पहचान हो जाती है।  इस तकनीक  से अंग पर बीमारी का कितना प्रभाव है को आसानी से जाना जा  सकता है।  यह तकनीक अब जालंधर के आयुर्वेद सेंटरों में भी शुरू हो चुकी है।

 

इससे रक्त में भारीपन एवं हृदय की धड़कन की वास्तविक स्थिति भी पता लगाई जा सकती है। इसमें 10 पेज रिपोर्ट आती है जिसमे आपको तासीर , प्रकृति, बल, अग्नि, वात, पित्त, कफ, गति, गुण एवं दिमागी शक्ति के बारे में जानकारी मिलती है।  इसके बाद आयुर्वेद विशेषज्ञ  तासीर के हिसाब से डाइट चार्ट , दिनचर्या , ऋतुचर्या के बारे में जानकारी देते हैं । 

Tanuja

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