चीन: कोरोना के बीच मंडरा रहा जूनोटिक लैंग्या वायरस का खतरा, 35 लोग व कई जानवर संक्रमित

Tuesday, Aug 09, 2022 - 11:06 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: चीन में जूनोटिक लैंग्या वायरस पाया गया है, ताइवान के रोग नियंत्रण केंद्र (CDC) ने कहा कि अब तक 35 लोगों को वायरस से संक्रमित पाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ताइपे वायरस की पहचान करने और इसके प्रसार की निगरानी के लिए एक न्यूक्लिक एसिड परीक्षण विधि स्थापित करेगा। ताइपे टाइम्स के मुताबिक लैंग्या हेनिपावायरस जो चीन के शेडोंग और हेनान प्रांतों में पाया गया है और जानवरों से मनुष्यों में फैल रहा है।

 

ताइवान के सीडीसी के उप महानिदेशक चुआंग जेन-हिसियांग ने रविवार को कहा कि एक अध्ययन के अनुसार, वायरस के मानव-से-मानव संचरण की सूचना नहीं मिली है, हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि सीडीसी को अभी यह निर्धारित करना है कि क्या वायरस मनुष्यों के बीच प्रसारित किया जा सकता है और लोगों को वायरस के बारे में और अपडेट पर पूरा ध्यान देने के लिए आगाह किया। घरेलू पशुओं पर किए गए सीरोलॉजिकल सर्वे की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जांच की गई दो फीसदी बकरियां और पांच फीसदी जांचे गए कुत्ते पॉजिटिव पाए गए हैं।

 

सीडीसी के डिप्टी डीजी ने कहा कि 25 जंगली जानवरों की प्रजातियों के परीक्षण के नतीजे बताते हैं कि शू (माउस जैसा दिखने वाला एक छोटा कीटभक्षी स्तनपायी) लैंग्या हेनिपावायरस का प्राकृतिक भंडार हो सकता है, क्योंकि वायरस 27 प्रतिशत चतुर विषयों में पाया गया था। जांच ने चीन के शेडोंग और हेनान प्रांतों में लैंग्या हेनिपावायरस के तीव्र संक्रमण वाले 35 रोगियों की पहचान की, और उनमें से 26 केवल लैंग्या वायरस से संक्रमित थे, जिसमें कोई अन्य रोगजनक नहीं था। चुआंग ने कहा कि चीन में 35 रोगियों का एक-दूसरे के साथ कोई संपर्क नहीं और न ही परिवार के बीच कोई वायरल के कोई लक्षण दिखे।

 

मरीजों में दिख रहे ये लक्षण

 रोगियों में बुखार, थकान, खांसी, भूख न लगना, मांसपेशियों में दर्द, मतली, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण दिख रहे हैं। उन्होंने श्वेत रक्त कोशिकाओं में भी कमी देखी। इसके साथ ही कम प्लेटलेट और गुर्दे पर भी असर हो रहा है। बता दें कि चीन में एक बार फिर से कोरोना की वापसी हुई है। चीन में लॉकडाउन के बीच सोमवार को वहीं 20 से ज्यादा मरीजों की मौत की खबर है।

Seema Sharma

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