राष्ट्रपति मुगाबे के राजनीतिक भविष्य के बारे में कोई निर्णय नहीें

punjabkesari.in Friday, Nov 17, 2017 - 12:09 PM (IST)

हरारे: जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के राजनीतिक भविष्य के बारे में अभी तक कोई भी स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है और फिलहाल वह सेना की तख्ता पलट कार्रवाई का विरोध ही करते नजर आ रहे हैं।  मानवाधिकार मामलों और चुनावी गड़बडिय़ों को लेकर हमेशा से ही मुगाबे के विरोधी रहे अमेरिका का मानना है कि यह जिम्बाब्वे के लिए एक नई शुरूआत है और उनके लिए एक अप्रत्यक्ष संदेश भी है कि उन्हें सत्ता से हट जाना चाहिए।  

मुगाबे का सत्ता प्रेम
दरअसल पिछले 37 वर्षों से सत्ता पर काबिज मुगाबे को सिंहासन से इतना ज्यादा प्रेम हो गया है कि वह इसे छोडऩे के मूड में कतई नहीं दिखाई दे रहे हैं और सैन्य प्रमुख के साथ हाथ मिलाते हुए उनका जो फोटो मीडिया में जारी हुआ है उसे देखकर भी संशय होता है कि क्या वह सत्ता को इतनी जल्दी छोडऩे को तैयार हैं या नहीं। अफ्रीकी मामलों के कार्यवाहक अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड यामामोटो ने एक साक्षात्कार में इस बात को पूरी तरह खारिज किया है कि मुगाबे अब सत्ता में किसी भी रूप में रह सकते हैं औपचारिक तौर पर भी बिल्कुल नहीं।  

पत्नी के कारण हुआ विवाद
सेना चाहती है कि वह चुपचाप सत्ता से हट जाए और उप राष्ट्रपति एमरसन मांगागवा को सत्ता की कमान सौंप दे। उन्हें पिछले हफ्ते ही मुगाबे ने पद से हटा दिया था जिसके बाद देश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। इस तख्ता पलट के पीछे सेना का एक मकसद यह भी है कि वह सत्ता की कमान अपनी पत्नी ग्रेस को नहीं सौंपें। राजनीतिक गलियारों में ग्रेस की पकड़ बहुत मजबूत है और उप राष्ट्रपति की बर्खास्तगी के पीछे भी उन्हीं का ही हाथ माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जनता के बीच निर्बल नेता के रूप में साबित हो चुके मुगाबे अभी भी वैधानिक सत्ता प्रमुख बने रहना चाहते है और यही वजह है कि वह सत्ता छोडऩे को राजी नहीं है लेकिन उन पर सत्ता से हटने का लगातार दबाव बनाया जा रहा है ताकि वह सम्मानजनक तरीके से अपनी राजनीतिक विदाई करा लें।
 


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