दुनिया के सबसे खतरनाक हिप्पो आएंगे भारत, कोलंबिया में मचा रखा है आतंक!

Friday, Mar 03, 2023 - 03:17 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: कोलंबिया (Colombia) कुख्यात मादक तस्कर पाब्लो एस्कोबार (drug lord pablo escobar)  के पशु फार्म के पास रहने वाले कम से कम 70 दरियाई घोड़ों (hippopotamus) को भारत और मैक्सिको (India and Mexico) भेजने की योजना बना रहा है। गुजरात (भारत) के जामनगर स्थित ग्रीन्स जूलॉजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलेशन किंगडम (Greens Zoological Rescue and Rehabilitation Kingdom) में 60 दरियाई घोड़ों को भेजा जाएगा। इसके लिए दरियाई घोड़ों को पकड़ने से जुड़े अभियान, उन्हें ढोने वाले लोहे के कंटेनर और विमान के जरिये भारत भेजने का पूरा खर्च कोलंबिया सरकार उठाएगी।

 

कोलंबिया सरकार ने दरियाई घोड़ों की आबादी पर लगाम लगाने के मकसद से यह फैसला लिया है। पाब्लो एस्कोबार कोलंबिया का वैश्विक स्तर पर कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर था, जिसे पुलिस ने 1993 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। उसने 1980 के दशक में अफ्रीका से अवैध रूप से चार दरियाई घोड़े मंगवाए थे, जिसके बाद से क्षेत्र में दरियाई घोड़ों की संख्या काफी बढ़ चुकी है। पिछले कुछ सालों में इन दरियाई घोड़ों की आबादी बोगोटा से 200 किलोमीटर (124 मील) की दूरी पर मैग्डेलेना नदी के किनारे स्थित पशु फार्म ‘हैसिएंडा नेपोल्स रैंच' से कहीं आगे तक फैल गई है।


कोलंबिया में बढ़ रही दरियाई घोड़ों की संख्या

पर्यावरण एजेंसियों का अनुमान है कि एंटिओक्विया प्रांत में स्थित इस क्षेत्र में अभी लगभग 130 दरियाई घोड़े हैं और अगले आठ वर्षों में उनकी संख्या बढ़कर 400 तक हो सकती है। एस्कोबार का ‘हैसिएंडा नेपोल्स रैंच' और क्षेत्र में मौजूद दरियाई घोड़े 1993 के बाद से पर्यटकों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनकर उभरे हैं। एस्कोबार की मौत के बाद जब यह पशु फार्म वीरान हो गया, तब वहां स्थानीय नदियों में अनुकूल मौसम परिस्थितियों में दरियाई घोड़ों के प्रजनन को बल मिला, जिससे उनकी संख्या तेजी से बढ़ गई। वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि कोलंबिया में दरियाई घोड़ों का कोई प्राकृतिक शिकारी नहीं है और ये जीव जैव विविधता के लिए एक संभावित खतरा हैं, क्योंकि उनका मल नदियों की संरचना को बदल देता है और यह मैनाटी और कैपीबारा जैसे जीवों के प्राकृतिक आवास को प्रभावित कर सकता है।

 

कोलंबिया सरकार ने दरियाई घोड़ों को पिछले साल एक जहरीली आक्रामक प्रजाति घोषित किया था। एंटिओक्विया के पर्यावरण मंत्रालय में पशु संरक्षण एवं कल्याण विभाग की निदेशक लीना मार्सेला डि लॉस रॉस मोरैल्स ने बताया कि दरियाई घोड़ों को भारत और मेक्सिको भेजने की योजना पर एक साल से अधिक समय से काम किया जा रहा है। मोरैल्स के मुताबिक, दरियाई घोड़ों को खाने का लालच दिखाकर लोहे के बड़े कंटेनर में कैद किया जाएगा और फिर ट्रक के जरिये 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रियोनिग्रो शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ले जाया जाएगा। मोरैल्स ने बताया कि रियोनिग्रो से उन्हें विमान के जरिये भारत और मेक्सिको भेजा जाएगा, जहां दरियाई घोड़ों को ठिकाना देने, उनकी देखभाल करने और आबादी नियंत्रित रखने में सक्षम अभयारण्य और चिड़ियाघर मौजूद हैं। मोरैल्स के मुताबिक, 10 अन्य दरियाई घोड़े मेक्सिको के ओस्टोक सहित अन्य अभयारण्यों और चिड़ियाघरों में भेजे जाएंगे। एंटिओक्विया के राज्यपाल कार्यालय ने बताया कि इक्वाडोर, फिलीपीन और बोत्सवाना ने भी कोलंबिया के सामने दरियाई घोड़ों को उनके देश भेजने की इच्छा जाहिर की है।

Seema Sharma

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