World's First Death: सावधान! इस बीमारी से हुई दुनिया में पहली इंसानी मौत, जानें यह कितना है खतरनाक?
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 09:08 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका के वॉशिंगटन राज्य में H5N5 बर्ड फ्लू से होने वाली दुनिया की पहली मानव मौत दर्ज की गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि ग्रेज हार्बर काउंटी के एक बुजुर्ग व्यक्ति की मृत्यु H5N5 एवियन इन्फ्लुएंजा संक्रमण के कारण हुई है। यह मामला दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन गया है क्योंकि यह H5N5 वेरिएंट से किसी इंसान की मौत का पहला आधिकारिक मामला है। हालांकि मृतक पहले से ही कुछ गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे थे।

ऐसे हुआ संक्रमण, पक्षी बने कारण
स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस बात की जांच की कि पीड़ित व्यक्ति संक्रमित कैसे हुआ। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मृतक के घर पर मुर्गियों सहित कई तरह के घरेलू पक्षी थे। जिस जगह पर इन पक्षियों को रखा जाता था वहां भी बर्ड फ्लू के वायरस के निशान पाए गए थे। अधिकारियों का अनुमान है कि ग्रेज हार्बर के पीड़ित के H5N5 वेरिएंट से संक्रमित होने का कारण यही घरेलू या आसपास के जंगली पक्षी हो सकते हैं।
कैसे हुई बीमारी की पहचान?
पीड़ित को कुछ दिन पहले बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद पता चला कि उन्हें H5N5 एवियन इन्फ्लुएंजा हुआ है। वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की वायरोलॉजी लैब ने इस संक्रमण की पुष्टि की जिसे बाद में अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने भी मान्यता दी।

क्या कोरोना की तरह फैल सकता है H5N5?
यह चिंता स्वाभाविक है कि क्या यह नया वायरस कोरोना की तरह इंसान से इंसान में फैल सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने राहत भरी खबर दी है कि फिलहाल यह वायरस इंसान से इंसान में नहीं फैल रहा है। मरीज के संपर्क में आए सभी लोगों की गहन जांच की गई और किसी में भी संक्रमण के लक्षण नहीं पाए गए। अधिकारियों के मुताबिक यह एक अलग-थलग मामला है और आम जनता में इसके फैलने का जोखिम बहुत कम है।

एहतियात जरूरी
बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन ने संक्रमित क्षेत्र में जरूरी सावधानियां बरतनी शुरू कर दी हैं। जो लोग पोल्ट्री फार्म या पक्षियों के नज़दीक काम करते हैं उन्हें विशेष रूप से मास्क, दस्ताने और उच्च स्वच्छता का ध्यान रखने की सलाह दी गई है।
H5N5: क्यों बढ़ी निगरानी?
बर्ड फ्लू कई तरह के वायरसों (जैसे H5N1) से फैलता है। H5N5 को एक नया वेरिएंट माना जा रहा है जो पहले मुख्य रूप से पक्षियों में पाया जाता था। इंसानों में यह पहली बार देखा गया है इसीलिए विशेषज्ञ इस पर बारीकी से निगरानी रख रहे हैं।
