फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में मैक्रों की जीत पर दुनिया भर से मिल रही बधाइयां

Monday, Apr 25, 2022 - 06:32 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः इमैनुएल मैक्रों के दोबारा फ्रांस का राष्ट्रपति चुने जाने  पर दुनिया भर से बधाइयां मिल रही हैं। जापान ने इमैनुएल मैक्रों की जीत को  जी-7 समूह की एकता के लिए महत्वपूर्ण बताया है। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने ट्विटर पर  लिखा, ''मुझे यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर राष्ट्रपति मैक्रों के साथ निकटता से काम करने की उम्मीद है।''

उप मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिको इसोजाकी ने सोमवार को मैक्रों को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर ''हार्दिक बधाई'' दी। इसोजाकी ने कहा, ''चूंकि हम रूस की आक्रामकता को समाप्त करने और शांतिपूर्ण विश्व व्यवस्था की रक्षा करने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण का सामना कर रहे हैं, ऐसे में जी -7 एकता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, और हम राष्ट्रपति मैक्रों के नेतृत्व में फ्रांस के साथ मिलकर काम जारी रखना चाहते हैं।'' 

 

 भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर इमैनुएल मैक्रों को बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, मेरे दोस्त इमैनुएल मैक्रों को फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में मिली भारी जीत के लिए बहुत-बहुत बधाई। पीएम मोदी ने लिखा कि “मैं भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं। 


 

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमिर जेलेंस्की ने भी मैक्रों को बधाई दी है , जिन्होंने रूस की करीबी मानी जाने वाली धुर-दक्षिणपंथी उम्मीदवार मेरिन ली पेन को हराया है। जेलेंस्की ने रविवार को मैक्रों को एक सच्चा दोस्त बताया और उनके सहयोग की प्रशंसा की। जेलेंस्की ने ट्वीट किया, ''मुझे पक्का विश्वास है कि हम नयी जीत की राह पर एक साथ आगे बढ़ेंगे।'' 

 

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मैक्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह ''उदार लोकतंत्र की महान अभिव्यक्ति'' को दर्शाता है। पिछले साल सितंबर में ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ 90 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के पनडुब्बी अनुबंध को रद्द कर दिया था, जिसकी मैक्रों ने कड़ी आलोचना की थी, जिसके बाद मॉरिसन और उनके बीच तीखी बहस हुई थी। मॉरिसन ने सोमवार को ट्वीट किया, ''इमैनुएल मैक्रों को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई। यह एक अनिश्चित समय में उदार लोकतंत्र की एक और महान अभिव्यक्ति है। ”  

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज पहले विदेशी नेता रहे, जिन्होंने इमैनुएल मैक्रों को फोन किया और फिर से राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी। शॉल्ज के कार्यालय ने यह जानकारी दी। शॉल्ज के कार्यालय ने एक बयान में कहा, ''चांसलर शॉल्ज और राष्ट्रपति मैक्रों ने जर्मनी और फ्रांस के बीच घनिष्ठ व भरोसेमंद संबंध बरकार रखने के अपने इरादे की पुष्टि की है।''  स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो शैंसेज ने कहा कि इमैनुएल मैक्रों की जीत लोकतंत्र और यूरोप की जीत है। उन्होंने कहा, ''फ्रांस के नागरिकों ने एक स्वतंत्र, मजबूत और निष्पक्ष यूरोपीय संघ के लिए प्रतिबद्ध उम्मीदवार को राष्ट्रपति चुना है।''  

 

यूरोपीय नेताओं ने भी मैक्रों को फिर से राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है। ब्रेक्जिट सहित विभिन्न मुद्दों पर मैक्रों के साथ टकराव का सामना कर चुके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने फ्रांस को अपने देश का सबसे करीबी और सबसे महत्वपूर्ण सहयोगी करार देते हुए कहा कि वह ''उन मुद्दों पर साथ काम करना जारी रखना चाहते हैं जो दोनों देशों और दुनिया के लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं।'' इसके अलावा इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी, पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा सहित विभिन्न नेताओं ने मैक्रों को बधाई दी है।  

Tanuja

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