जिन्होंने एक्सपो 2020 साइट को किया तैयार, पत्थर के स्मारक पर खुदवाए गए हैं उनके नाम

Sunday, Mar 13, 2022 - 05:23 PM (IST)

दुबई: एक्सपो 2020 दुबई यू.ए.ई. दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। 1 अक्टूबर 2021 को शुरू हुए एक्सपो 2020 का यह अंतिम महीना है। 31 मार्च 2022 को खत्म होने जा रहे इस एक्सपो में 192 मुल्कों ने हिस्सा लिया। बता दें, 4.38 स्कवेयर किलोमीटर एरिया में फैली एक्सपो साइट को तैयार करने में कड़ी मेहनत लगी। तकरीबन 2 लाख वर्कर्स ने मिलकर इसे तैयार किया। यू.ए.ई. गवर्नमेंट एक्सपो को होस्ट करने के साथ-साथ दुनिया के सामने एक उदाहरण भी पेश करना चाहती थी, जिसमें वह कामयाब रही है।

खास बात यह है कि एक्सपो साइट में एक एरिया वर्कर्स को ट्रिब्यूट किया गया है। इस एरिया में मॉन्यूमैंट बनाए गए हैं, जिन्हें वर्कर्स मॉन्यूमैंट कहा जा रहा है। इन मॉन्यूमैंट्स पर 2 लाख के करीब वर्कर्स के नाम लिखे हैं। दरअसल, एक्सपो 2020 दुबई में तमाम उन वर्कर्स को एक ट्रिब्यूट दिया गया है, जिन्होंने एक्सपो साइट को बनाया है। यह मॉन्यूमैंट्स सिलिंड्रकल शेप में हैं। पत्थर से बनाए गए इन मॉन्यूमैंट्स में नाम तराशे गए हैं। इन्हें डिजाइन किया है लंदन बेस्ड आर्किटैक्ट आसिफ खान ने।

रेगिस्तान में खड़ा कर दिया एक शहर, 240 मीलियन वर्किंग ऑवर्स की मेहनत
एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में एक्सपो साइट का काम शुरू किया गया था। 2 लाख लोगों की वर्कफोर्स ने तकरीबन 240 मीलियन वक्रिंग ऑवर्स में इस साइट को तैयार किया। कड़ी मेहनत का नतीजा यह है कि एक्सपो साइट अब दुनिया की पहली फ्यूचर सिटी बनने जा रही है।

वर्कर्स की सेहत का रखा गया खास ख्याल
एक्सपो खत्म होने के बाद इस साइट को ‘डिस्ट्रिक्ट 2020’ नाम दिया जाएगा और यह साइट एक शहर में तब्दील हो जाएगी। पंजाब केसरी ग्रुप से खास बातचीत में एक्सपो 2020 दुबई के चीफ डेवलमेंट एंड डिलीवरी ऑफिसर अहमद अल खातिब ने बताया कि…, ‘जब हम एक्सपो साइट को बना रहे थे तो हमने वर्कर्स की सेहत का खास ध्यान रखा। बकायदा उनकी रिपोर्ट ली जाती। सबके जरूरी टैस्ट होते, अगर किसी को कोई भी परेशानी होती है उसे ब्रेक दी जाती। इस तरह से हमने हर किसी की जरूरत को भी पूरा किया। जब यह साइट तैयार हुई तो हमने तय किया कि जिन लोगों ने इसे बनाने में अपना योगदान दिया है, उन्हें हम ट्रिब्यूट देंगे। यह ट्रिब्यूट आपके सामने है।’

rajesh kumar

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