अफगान कॉमेडियन खाशा की क्रूर मौत के इस वीडियो से दुनिया में मची खलबली, पाक के खिलाफ ऑनलाइन याचिका दा

Saturday, Jul 31, 2021 - 12:49 PM (IST)

काबुलः अफगानिस्तान के कंधार में मशहूर कॉमेडियन मिस्टर नज़र मोहम्मद उर्फ खाशा की मौत से पहले का एक खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है । वीडियो में देखा जा सकता है कि तालिबानी आंतकी व पाक मिलिशियाई  क्रूरता से खासा को पीट रहे हैं।  वीडियो सामने आने के बाद एक सोशल मीडिया महिला यूजर द्वारा पोस्ट की गई ऑनलाइन याचिका में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान में  आतंकवाद को पनाह देने के लिए पाकिस्तान के हस्तक्षेप को रोकने और कहा गया है। 

 

این ویدیو خاشه است، طالبان اورا در برابر چشمان مردم، زیر نظارت ملیشه های پاکستانی اینگونه بی رحمانه خاشه خاشه کردند . pic.twitter.com/pfr7bOicgS

— stop stop (@Morteza76777) July 29, 2021

ट्विटर पर पोस्ट की गई तस्वीर में पाकिस्तानी कप्तान अली हसन को दिखाया गया है जो कंधार में तालिबान के सैन्य आयोग के सदस्य थे और एएनडीएसएफ काउंटर ऑपरेशंस के दौरान घायल हो गए थे।  ऑनलाइन याचिका ट्विटर पर change.org द्वारा पोस्ट की गई जिसमें पाकिस्तान से आतंकवादियों को पनाह देना बंद करने और तालिबान केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया।अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ऑनलाईन याचिका में बताया गया है कि पाकिस्तान किस तरह अफगानिस्तान को तबाह करने में  तालिबान की मदद कर रहा है

 

  • पाकिस्तान तालिबान और 30 से अधिक अन्य आतंकवादी संगठनों की भर्ती और प्रशिक्षण में सहायता कर  ।
  • पाकिस्तान मे तालिबान सदस्यों और उनके परिवारों के लिए शऱण प्रदान करना।
  • विभिन्न चैनलों के माध्यम से प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता देकर।
  • हथियार और विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति।
  • राजनीतिक और राजनयिक शरण व समर्थन।
  • अफगानिस्तान में छोटे और बड़े पैमाने पर तालिबान व अन्य आंतकी संगठनों का नेतृत्व करके।

 मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ खाशा कांधार पुलिस में भी काम कर चुके थे। हालांकि वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट मुताबिक़ खाशा का पुलिस से किसी भी तरह का संबंध साफ़ नहीं है। पिछले हफ्ते उन्हें देर रात घर जबरन घर से बाहर निकालकर आतंकियों ने मार डाला था। खाशा के परिवार वालों ने हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है लेकिन तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने इस हत्या से इनकार किया है लेकिन कहा है कि इसकी जांच की जाएगी। कांधार पुलिस ने इस क्रूर हमले पर नाराजगी जताई है। अफगानिस्तान के दूसरे उपराष्ट्रपति रहे सरवर दानिश ने हत्या को लेकर कहा है कि यह सभी अफगान लोगों के मुंह पर एक तमाचा और मानवता और मानवीय गरिमा का अपमान है।


अफगान लोगों और उनके सहयोगियों का अनुरोध है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय   तालिबान मिलिशिया का समर्थन करने वाली पाकिस्तानी सरकार पर इसे रोकने के लिए सख्त दबाव डाले । उन्होंने कहा कि तालिबान अक्सर निर्दोष अफगान महिलाओं और बच्चों के खिलाफ मानवाधिकारों का उल्लंघन और युद्ध अपराध कर रहे हैं। अफगानिस्तान में आंतकवाद को पाकिस्तान लगातार समर्थन दे रहा है।  दशकों के अनुरोध के बावजूद पाकिस्तान इन अत्याचारों में तालिबान की सहायता करना जारी   है।

Tanuja

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