बहुत खास था 850 वर्ष पुराना पेरिस का ऐतिहासिक चर्च, देखें Inside photos

Tuesday, Apr 16, 2019 - 01:34 PM (IST)

न्यूयॉर्क: कई युद्धों और क्रांतियों का गवाह बना नोट्रे-डेम कैथेड्रल गिरजाघर सदियों से अपनी बुनियाद पर मजबूती से खड़ा रहा है और इसे न केवल सर्वश्रेष्ठ गॉाथिक कैथेड्रल माना जाता है अपितु पाश्चात्य जगत की वास्तुकला के सर्वश्रेष्ठ रत्न के रूप में इसकी पहचान बनी हुई है। विशेषज्ञ के शब्दों में यह सभ्यता के सर्वोत्तम स्मारकों में एक है। 


न्यूयार्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूकायिम ऑफ़ आर्ट के एक वरिष्ठ क्यूरेटर बारबरा ड्रेक बोहेम ने रूंधी आवाज में कहा कि यह प्रस्तर निर्मित महान विशाल स्मारक 1163 से अपनी जगह पर खड़ा है। तब से इसने अनेक झंझावत देखे। यह केवल एक पत्थर भर नहीं है, एक शीशे का टुकड़ा नहीं-यह संपूर्णता है। यह पेरिस की आत्मा है, लेकिन यह सिर्फ फ्रांस के लोगों का नहीं है। यह पूरी मानवजाति के लिए है, यह सभ्यता की सर्वश्रेष्ठ धरोहरों में से एक है। 


‘नोट्रे-डेम’ का निर्माण 12वीं सदी में शुरू हुआ था, जो करीब 200 वर्ष तक चला। फ्रांस क्रांति के दौरान यह क्षतिग्रस्त भी हुआ। सन 1831 में विक्टर ह्यूगो के उपन्यास ‘द हंचबैक ऑफ नोट्रे-डेम’ के प्रकाशन के बाद इसने फिर लोगों का ध्यान आर्किषत किया। इसके बाद गिरिजाघर के प्रसिद्ध फ्लाइंग बट्रेस और एक पुर्निर्निमत शिखर सहित इसके पुर्ननिर्माण में दो दशक का समय लगा। फ्रांस की मीडिया के अनुसार आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन कैथेड्रल में मरम्मत का नाम चल रहा था और दमकल विभाग का कहना है कि यह आग लगने की एक वजह हो सकती है। 

जानिए इसकी खासियत

  • ये चर्च आस्था के साथ लाखों पर्यटकों के लिए पर्यटन का मुख्य केंद्र भी रहा है यहां हर साल लाखों की तादात में पर्यटक पहुंचते हैं। 
  • 69 मीटर ऊंचे इस चर्च को फ्रेंच गोथिक आर्किटेक्ट के नायाब नमूने के रूप में देखा जाता है।  
  • चर्च के शिखर तक पहुंचने के लिए 387 सीढि़यां बनाई गई थीं, कहा जाता है कि नेपोलियन बोनापार्ट का राज्याभिषेक भी इसी चर्च में किया गया था। 
  • इस चर्च में लकड़ी पर बनी नक्‍काशी बेहद सुंदर है। लकडि़यों के पिलर पर बने चर्च के निर्माण को Rayonnant style में बनाया गया है।
  • यहां पर दुनिया का मशहूर वाद्य यंत्र ग्रेट ऑर्गन भी था जो मध्‍यकालीन युग का था।
  • कैथेड्रल के अंदर कई मूर्तियां और पेंटिंग्‍स हैं जिन पर बाइबिल के दृश्‍य और कुछ पादरियों के चित्र बने हुए हैं।
  • चर्च का इतिहास बताता है कि संगीत यहां हमेशा से मौजूद रहा है। इस चर्च में पूरे साल में संगीत की तीन गायक मंडलियां अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करतीं हैं।
  • यहां मौजूद घंटियों की आवाज़ बेहद लोकप्रिय है। इसमें सबसे बड़ी घंटी चर्च के दक्षिणी टॉवर में वर्ष 1685 में लगाई गई थी और इस घंटी की आवाज़ से ही वर्ष 1944 में फ्रांस की आज़ादी को ध्वनित किया गया था। 

vasudha

Advertising