वरुण घोष ने रचा इतिहास, भारतीय मूल के पहले ऑस्‍ट्रेलियाई सीनेटर बने, पहली बार भागवत गीता की शपथ

Thursday, Feb 08, 2024 - 07:41 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः भारतीय मूल के बैरिस्टर वरुण घोष भगवद्गीता के नाम पर पद की शपथ लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर बन गए हैं। लेबर पार्टी के घोष (38) मंगलवार को सीनेटर बने। पिछले महीने स्वास्थ्य कारणों से पैट्रिक डोडसन के पद छोड़ने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। विदेश मंत्री और दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की सीनेटर पेनी वोंग ने कहा, ‘‘पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया से हमारे सबसे नए सीनेटर वरुण घोष का स्वागत है। सीनेटर घोष भगवद्गीता के नाम पर शपथ लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर हैं।''

वोंग ने मंगलवार को कहा, ‘‘मैं अक्सर कहती हूं, जब आप किसी चीज में प्रथम होते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि आप अंतिम न हों। मैं जानती हूं कि सीनेटर घोष अपने समुदाय और पश्चिम आस्ट्रेलियाई लोगों के लिए एक मजबूत आवाज बनेंगे। सीनेट में लेबर पार्टी की टीम में आपकी मौजूदगी शानदार है।'' ‘द संडे मॉर्निंग हेराल्ड' अखबार की एक खबर के अनुसार, घोष के माता-पिता 1980 के दशक में भारत से ऑस्ट्रेलिया आ गए थे और डॉक्टर के रूप में काम करने लगे। घोष 17 साल की उम्र में पर्थ में लेबर पार्टी में शामिल हो गए थे।

घोष फ्रांसिस बर्ट चेम्बर्स में बैरिस्टर हैं और उन्होंने वाणिज्यिक और प्रशासनिक कानून के साथ-साथ औद्योगिक संबंध और रोजगार कानून को लेकर भी काम किया है। घोष के पास यूडब्ल्यूए से कानून और कला में ऑनर्स की डिग्री है। उन्होंने गिल्ड काउंसिल में अध्यक्ष और गिल्ड सचिव के रूप में भी काम किया। उन्होंने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से कानून में स्नातकोत्तर की डिग्री भी हासिल की है।

Yaspal

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