ये है दुनिया का दूसरा सबसे महंगा मसाला

Sunday, Sep 24, 2017 - 05:50 PM (IST)

नई दिल्ली:वनीला का प्रयोग आईसक्रीम,केक,बिस्कुट,दही,चॉकलेट जैसे कई प्रकार के खाद्य उत्पादों से लेकर परफ्यूम, मॉयश्चराइजर,शैप्पू तथा साबुनों में भी खूब होता है। इसकी कीमतें वर्ष 2014 से लगातार बढ़ रही हैं और केसर के बाद अब यह विश्व भर में दूसरा सबसे महंगा मसाला है।


विश्व भर में कुल मांग के 80 प्रतिशत वनीला की मैडागास्कर से ही आपूर्ति होती है परंतु इस वर्ष एक तूफान ने इस टापू में वनीला की फसलों को बड़ा नुक्सान पहुंचाया है,जिस वजह से इस बार इसकी पैदावार बहुत कम हुई है।मैडागास्कर,रीयूनियन तथा कोमोरो टापुओं पर ही उगने वाले बोरबोन वनीला के और महंगे होने की सम्भावनाएं हैं। मौसम के अलावा मैडागास्कर में वनीला की खेती करने वालों को और भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। एक बड़ी समस्या है कि कच्चे वनीला को वक्त से पहले ही तोड़ लिया जाता है। दरअसल,किसान चोरों के भय से मार्च महीने में ही इनकी तुड़ाई शुरू कर देते हैं,जबकि असल में यह जून से पहले तैयार नहीं होते हैं।


गत वर्ष मैडागास्कर में वनीला का मूल्य प्रति किलो 25600 से 38000 रुपए के बीच था।हालांकि, बढ़ती कीमतों के बीच भी दुनिया भर में वनीला की मांग में कोई कमी नहीं हुई है।पिछले वर्ष यहां से 1800 से 2000 टन वनीला का निर्यात किया गया। हाल के वर्षों में वनीला की बढ़ती कीमतों की एक अन्य वजह इसकी बढ़ती मांग को भी माना जा रहा है।

दरअसल,असली वनीला को इस्तेमाल करने का रुझान बढ़ा है।अमरीका तथा एशिया ही नहीं, बल्कि यह रुझान यूरोप में भी बढ़ा है।वनीला की कीमतों में हो रही वृद्धि को देखते हुए दुनिया भर के कई अन्य देशों जैसे कि भारत तथा यूगांडा आदि में वनीला की खेती में हाथ आजमाने के प्रयास हो रहे हैं। हालांकि,अन्य देशों में इसकी खेती का असर जल्द कीमतों के कम होने के रूप में नहीं दिखने वाला है क्योंकि बोने के पश्चात वनीला की लताओं में फल आने में कम से कम 4 वर्ष लगते हैं।

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