दक्षिण चीन सागर में अमरीकी युद्धपोत की गश्त पर चीन ने की अमरीका की निंदा

Sunday, Jan 31, 2016 - 01:00 PM (IST)

बीजिंग:विवादित दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के नियंत्रण वाले एक द्वीप के निकट नौवहन की स्वतंत्रता को दिखाने और चीन के क्षेत्रीय दावों को चुनौती देने के लिए अमरीका द्वारा जानबूझकर युद्धपोत भेजे जाने को लेकर चीन ने उसकी निंदा की है। अमरीका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क राइट ने वाशिंगटन में कहा कि मिसाइल विध्वंसक यूएसएस कर्टिस विल्बर तीन दावेदारों को पूर्व में सूचित किए बिना पार्सेल श्रृंखला में ट्राइटन द्वीप के 12 समुद्री मील (22 किलोमीटर) के इलाके में गया ताकि ‘‘पार्सेल द्वीप पर दावा करने वाले पक्षों के अत्यधिक समुद्री दावों को चुनौती दी जा सके ।’’

पार्सेल पर चीन, ताईवान और वियतनाम अपना- अपना दावा पेश करते हैं और उनका कहना है कि इस क्षेत्र में आने वाले पोत पहले उनकी अनुमति लें। यह ताजा अभियान मुख्य रूप से चीन को निशाना बनाकर किया गया था । चीन ने अमरीका की इस कार्रवाई पर तत्काल जवाब दिया ।जानकारी के अनुसार चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता यांग युजुन ने बयान जारी करके कहा कि अमरीका की यह कार्रवाई ‘‘ चीन के कानून का गंभीर उल्लंघन करती है, इससे जल क्षेत्रों में शांति, सुरक्षा और सुव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है और साथ ही इलाके की शांति एवं स्थिरता को भी ठेस पहुंची है।’’ 

यांग ने कहा कि द्वीप पर मौजूद चीनी बलों, नौसेना के पोतों और युद्धविमानों ने तत्काल कार्रवाई की, अमरीकी युद्धपोत को चिह्नित किया और ‘‘ उसे चेतावनी देकर इलाके से बाहर कर दिया।’’ उन्होंने कहा कि अमरीका का अभियान ‘‘दोनों पक्षों के बलों की सुरक्षा के लिए एक गैरजिम्मेदाराना और बेहद गैर पेशेवर था और इससे अत्यंत घातक परिणाम हो सकते हैं ।’’ चीनी सुरक्षा बल ‘‘ चीन की संप्रभुता एवं सुरक्षा की रक्षा के लिए’’ हर वो कदम उठाएंगे जो आवश्यक हैं । इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीनी पक्ष ने निगरानी की और ‘‘उसने अमरीकी युद्धपोत को मौखिक चेतावनी दी।’’

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