आमने-सामने आए अमेरिकी-चीनी युद्धपोत, दोनों देशों में बढ़ा तनाव

Wednesday, Oct 03, 2018 - 01:17 PM (IST)

बीजिंगः दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत  घुसने के बाद चीनी व अमेरिकी युद्धपोत आमने-सामने आ गए जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने मंगलवार को इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि विवादित क्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत की घुसपैठ जानबूझ कर तनाव पैदा करने का प्रयास है। वहीं अमेरिका का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार उसकी नौसेना को किसी भी इलाके में गश्त और उड़ान जारी रखने से नहीं रोका जा सकता। 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, ‘30 सितंबर को चीन की अनुमति के बिना अमेरिकी विध्वंसक डेकोटर युद्धपोत चीन के नानशा द्वीप (विवादित स्प्रेटली द्वीप) के निकट उसके इलाके में घुस आया। हमारे युद्धपोत ने अमेरिकी युद्धपोत की पहचान की और चेतावनी देते हुए वहां से खदेड़ दिया।’ उन्होंने जोर दिया कि स्प्रेटली आइलैंड पर चीन की निर्विवाद संप्रभुता है। दक्षिणी चीन सागर में हम अपने अधिकारों और हितों की रक्षा करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे।

दूसरी ओर, अमेरिकी बेड़े के उप प्रवक्ता नैट क्रिस्टेनसेन ने बताया कि विवादित द्वीप में हमारा युद्धपोत गश्त पर था। इस दौरान वहां अभ्यास कर रहे चीनी युद्धपोत ने हमें चेतावनी दी और 41 मीटर करीब आ गया। जहाजों को टक्कर से बचाने के लिए अमेरिकी कैप्टन ने हिम्मत दिखाई और हादसे को टाल दिया। उन्होंने कहा कि दक्षिणी चीन सागर समेत हिंद और प्रशांत महासागर में सभी अभियान अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक चल रहे हैं।

हमें कोई गश्त या उड़ान भरने से नहीं रोक सकता है। चीन के साथ ही वियतनाम भी दक्षिण चीन सागर के स्प्रेटली द्वीप पर अपना दावा जताता रहा है। इसके साथ ही दक्षिणी चीन सागर में विश्व व्यापार के लिए महत्वपूर्ण मार्ग को लेकर चीन का ताइवान, ब्रूनेई, मलयेशिया, फिलीपींस और वियतनाम से क्षेत्रीय विवाद चल रहा है। 

Tanuja

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