तिब्बत के 11वें पंचेन लामा की गुमशुदगी पर फिर उठे सवाल, अमेरिका ने चीन से मांगा जवाब

Tuesday, Apr 26, 2022 - 05:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका ने सोमवार को 11वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी नियिमा के 33वें जन्मदिन पर चीन से उनके ठिकाने का हिसाब देने का आग्रह किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने एक बयान में कहा, "आज 11वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा का 33वां जन्मदिन है, जो 17 मई, 1995 को पीआरसी अधिकारियों द्वारा छह साल के बच्चे के रूप में उनका अपहरण करने के बाद से लापता है।" बयान में कहा गया है कि  पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC)   तिब्बती समुदाय के सदस्यों को तिब्बती बौद्ध धर्म में दूसरा सबसे सम्मानित व्यक्ति दलाई लामा द्वारा नामित पंचेन लामा  गेधुन चोएक्यी नियिमा तक पहुंच से दूर रख रही है । उधर, फ्री तिब्बत-इंडिया (एसएफटी) के छात्रों ने उत्तर भारतीय पहाड़ी शहर धर्मशाला में 11वें पंचेन लामा का 33वां जन्मदिन मनाया। तिब्बती कार्यकर्ता सोमवार को मैकलोडगंज के मुख्य चौराहे पर एकत्र हुए और यहां 11वें पंचेन लामा के जन्मदिन का केक काटा। उन्होंने चीन से उसे रिहा करने और उसके ठिकाने का खुलासा करने का आग्रह किया। 

 

11वें पंचेन लामा  का अपहरण हुए दो दशक से भी अधिक समय बीत चुका है  हालांकि, तिब्बत के लोगों और दुनियाभर में रहने वाले बौद्ध धर्म के अनुयायियों को उम्मीद है कि पंचेन लामा वापस आएंगे। वो हर दिन उनकी सलामती और वापसी की दुआ करते हैं। गेधुन चोएक्यी नियिमा  का जन्म 25 अप्रैल 1989 को लहारी काउंटी में हुआ था।

 

10वें पंचेन लामा की मृत्यु के बाद, दलाई लामा ने 14 मई, 1995 को गेधुन को 11वें पंचेन लामा के रूप में चुना था। पंचेन लामा तिब्बती बौद्ध समुदाय के दूसरे सबसे महत्वपूर्ण शख्स होते हैं। पंचेन लामा के रूप में गेधुन चोएक्यी नियिमा के चयन के महज तीन दिन बाद ही उनका अपहरण कर लिया गया। उस वक्त उनकी उम्र महज छह साल थी। गेधुन के साथ उनका परिवार भी अचानक गायब हो गया।इसके कुछ महीनों बाद चीनी अधिकारियों ने अपनी मर्जी से ग्यानकेन नोरबू को यह जिम्मेदारी सौंप दी।

 

अपहरण के बाद से, चीनी अधिकारी गेधुन के ठिकाने के बारे में ज्यादा कुछ बताने से इनकार करते आए हैं।  चीन ने कहा कि गेधुन को अलगाववादियों से खतरा है इसलिए उन्हें एक बेहद सुरक्षित जगह पर रखा गया है।  मई 2007 में, संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत अस्मा जहांगीर ने सुझाव दिया कि चीनी सरकार एक स्वतंत्र विशेषज्ञ को गेधुन से मिलने की अनुमति दे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे एकदम ठीक हैं। बता दें कि 17 जुलाई 2007 को, चीनी अधिकारियों ने गेधुन चोएक्यी नियिमा को सामान्य तिब्बती बालक बताते हुए कहा कि वह आम बच्चे की तरह स्कूल जाता है, उसकी एक पर्सनल लाइफ है और उसे परेशान नहीं किया जा सकता। 

 

Tanuja

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