अमरीका बढ़ा रहा सीरिया पर दबाव

Sunday, Apr 09, 2017 - 12:59 PM (IST)

पाम बीच (फ्लोरिडा): सीरिया पर हमले के बाद अमरीका ने उस पर दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। इसको लेकर ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने सीरिया पर कई प्रतिबंध भी लगा दिए। वहीं, पेंटागन ने इस बात की जांच भी शुरू कर दी है कि वहां हुए केमिकल अटैक में रूस का हाथ था या नहीं। बता दें कि अमरीका ने 7 अप्रैल को मेडिटेरेनियन सी में 59 टॉमहॉक मिसाइलें दागी थीं। यूएस ने सीरिया के अल-शयरात एयरबेस को निशाना बनाया था।

ज्यादातर देशों ने सीरिया पर कार्रवाई को लेकर अमरीका का समर्थन किया है। बता दें कि अमरीकी हमले में 9 लोग मारे गए थे।  रूस ने शनिवार को साफ कहा था कि उसकी तरफ से अमरीका से रिलेशन को एक तरह से खत्म माना जाए। वह य़.एस से अपने रिश्ते तोड़ रहा है। अमरीका-रूस रिलेशन किस लेवल पर हैं, ये अगले हफ्ते तय होगा। यूएस विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन रूस के दौरे पर जाने वाले हैं। वे ट्रंप कैबिनेट के पहले मेंबर होंगे जो सरकार बनने के बाद किसी देश के दौरे पर जा रहे हैं।
 
टिलरसन के मुताबिक, "मुझे नहीं लगता कि रूस के पास हम पर जवाबी कार्रवाई करने की कोई वजह है। वह असद सरकार का साथ दे रहा है। लिहाजा वह सीरियाई लोगों पर हमला करने में असद का साथ दे रहा है।" हालांकि रूस इन आरोपों से इंकार करता रहा है। एक टीवी इंटरव्यू 'फेस द नेशन' में टिलरसन ने कहा, "अमरीकी हमले में रूस को टारगेट नहीं बनाया गया।" "क्षेत्र में हमारी प्रायोरिटी नहीं बदली है। आईएसआईएस को हराने तक हम लड़ेंगे।"  वहीं, ब्रिटिश फॉरेन मिनिस्टर बोरिस जॉनसन भी रूस जाने वाले थे लेकिन बदलते घटनाक्रम को देखते हुए उन्होंने दौरा कैंसल कर दिया। जॉनसन ने कहा, "टिलरसन, रूस को साफ शब्दों में मैसेज देने में कैपेबल होंगे।"

 यूएन में रूस के डिप्टी एम्बेसडर व्लादिमीर सेफ्रोनकोव ने कहा, "हम अमरीकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। रीजनल और इंटरनैशनल स्टेबिलिटी बनाए रखने के लिए इसके गंभीर नतीजे होंगे।"   सेफ्रोनकोव ने सीरिया में एक सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिशों पर अमरीका समेत ब्रिटेन और फ्रांस की आलोचना की। उन्होंने कहा, "आपको रूस के खिलाफ अनप्रोफेशनल आरोप लगाना बंद करना चाहिए। इसे कतई डिप्लोमेटिक नहीं कहा जा सकता।"
 

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