रोहिंग्या संकटः अमरीका ने कहा- म्यांमार पर प्रतिबंध लगाने से नहीं सुलझेगा मसला

Wednesday, Nov 15, 2017 - 08:07 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर अमरीका ने साफ कहा है कि वह म्यांमार के खिलाफ प्रतिबंध नहीं लगाएगा। ये कहना था अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन का। साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि उन विश्वसनीय रिपोर्टों के मद्देनजर स्वतंत्र जांच होनी चाहिए, जिसमें सैनिकों द्वारा मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की बात कही गई है। बता दें, इन दिनों टिलरसन म्यांमार के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका चाहता है कि म्यांमार नहीं बल्कि दोषियों पर प्रतिबंध लगे। 

बता दें, म्यांमार में हिंसा के कारण लाखों रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश की ओर पलायन कर गए। अगस्त में उत्तरी रखाइन प्रांत में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के बाद 6 लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमानों को घर छोड़कर भागना पड़ा। म्यांमार की राजधानी में देश की ताकतवर नेता आंग सान सू ची के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में टिलरसन ने कहा कि अमरीका हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ व्यक्तिगत प्रतिबंध पर विचार करेगा पर वह इसके लिए पूरे देश के खिलाफ व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाने के मूड में नहीं है।

एेस में अमरीका के इस रुख से सू-ची को काफी राहत मिलेगी। दरअसल, रोहिंग्या हिंसा के मामले पर चुप्पी साधने और कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाकर दुनियाभर के देश आंग सान सू-ची की चौतरफा आलोचना कर रहे हैं। वहीं, सेना का कहना है कि केवल रोहिंग्या आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। जबकि बांग्लादेशी शिविरों में रह रहे शरणार्थियों ने आरोप लगाया है कि सैनिकों और बौद्ध समुदाय के लोगों ने बड़े पैमाने पर हत्या, रेप और आगजनी की है। 

टिलरसन ने कहा कि सब कुछ सबूतों पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी कार्य के लिए कोई विशिष्ट व्यक्ति जिम्मेदार है तो फिर उसके खिलाफ प्रतिबंध से जुड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान टिलरसन ने म्यांमार के सेना प्रमुख से भी मुलाकात की।  

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