ट्रंप या हिलेरी किसकी जीत होगी भारत के लिए फायदेमंद?

Tuesday, Nov 08, 2016 - 04:27 PM (IST)

वॉशिंगटन:अमरीका में अगले 24 घंटों के भीतर अमरीका का नया राष्‍ट्रपति चुन लिया जाएगा।राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हुए दोनों उम्मीदवारों रिपब्लिकन पार्टी के डाेनाल्‍ड ट्रंप और डैमाेक्रेटिक उम्‍मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने चुनाव प्रचार के अंतिम दौर तक उम्मीदवारों को लुभाने की अपनी पूरी ताकत झोंक दी।

अब देखने वाली बात ये है कि इन दोनों उम्मीदवारों में से किसी एक की जीत से भारत को क्या फायदा होगा।इस चुनाव से न सिर्फ वैश्विक समीकरण बदलने के आसार हैं,बल्कि द‍ुनिया भर की अर्थव्‍यवस्‍थाओं पर भी असर पड़ने के आसार नजर आ रहे हैं।वित्‍तीय विशेषज्ञों ने डर जताते हुए कहा है कि ट्रंप की जीत उभर रहे बाजारों जैसे- भारत के लिए नकरात्‍मक साबित होगी। इससे सोने और विकसित दुनिया के बॉन्‍ड्स की मांग में इजाफा होगा। एक आर्थिक विशेषज्ञ के अनुसार अब रिस्‍क लेने का सही समय नहीं है।सोमवार को एफबीआई की तरफ से क्लिंटन को क्लीन चिट मिलने के बाद से ज्‍यादातर बाजारों में उछाल देखा गया।इससे क्लिंटन की जीत की संभावना प्रबल होती दिख रही है। 

इस चुनाव का असर अमरीका-रूस और अमरीका-चीन के रिश्‍तों पर पड़ सकता है, इन दोनों देशों को लेकर हिलेरी और ट्रंप, दोनों का रुख प्रचार के दौरान आलोचनात्‍मक रहा है।अब देखने वाली बात ये होगी कि अमरीका का अगला राष्‍ट्रपति रूस और चीन दोनों देशाें के साथ कैसे संंबंध बनाकर चलेगा, इस बात का असर भारत के चीन व रूस से रिश्‍तों पर भी पड़ सकता है। ट्रंप की बात करें तो ट्रंप ने चीन को ‘पूरी व्‍यापारिक कमी के लगभग आधे’ के लिए जिम्‍मेदार ठह‍राया है।दूसरी तरफ क्लिंटन पहले से ही चीन की कड़ी आलोचक रही हैं।ऐसे में अगर हिलेरी चुनी जाती हैं तो चीन को बिल क्लिंटन के राष्‍ट्रपति काल जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ सकता है।भारत के लिहाज से देखें तो ट्रंप की जीत में ज्‍यादा फायदा है क्‍योंकि इससे अमरीका चीन को छोड़कर बाकी एशियाई सहयोगियों के साथ हो जाएगा, भारत के साथ अमरीका के रिश्‍ते हाल के वर्षों में बेहतर हुए हैं।

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