ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पास, बोले- अमेरिका कानून वाला देश, न्याय होकर रहेगा

Thursday, Jan 14, 2021 - 10:14 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क:  वाशिंगटन में कांग्रेस बिल्डिंग कैपिटल हिल पर हाल ही में हुई हिंसा को उकसाने के आरोप में अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ लाये गए दूसरे ऐतिहासिक महाभियोग के प्रस्ताव को पास कर दिया गया। वह अमेरिका के लोकतंत्र के इतिहास में एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग का सामने करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति बन गए हैं।  प्रस्ताव पास होने के बाद उन्होंने कहा कि अमेरिका कानून वाला देश है,  न्याय होकर रहेगा। 

ट्रंप ने जारी किया वीडियो 
ट्रंप द्वारा जारी किए गए वीडियो में कहा गया कि हिंसा करने वाले कभी भी उनके समर्थक नहीं हो सकते हैं।  उन्होंने कहा कि  भीड़ द्वारा की गई हिंसा मेरे खिलाफ चली गई, ऐसा मेरा विश्वास है। ''मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कभी भी राजनीतिक हिंसा का समर्थन नहीं कर सकता, मेरा कोई भी सच्चा समर्थक कानून का अपमान नहीं कर सकता है।' ट्रंप ने कहा कि हमने राजनीतिक हिंसा को नियंत्रण से बाहर देखा है, हमने बहुत से दंगे, भीड़, धमकी और विनाश के कार्य देखे हैं। इसे रोकना होगा। चाहे आप राइट के हों या लेफ्ट के हों, डेमोक्रेट हो या फिर रिपब्लिकन हों, हिंसा का कोई औचित्य नहीं है।'

232 वोटों से महाभियोग प्रस्ताव पास
प्रतिनिधि सभा में 197 के मुक़ाबले 232 वोटों से महाभियोग का प्रस्ताव पास हो गया जिसमें रिपब्लकिन पार्टी के दस सांसदों ने भी महाभियोग के समर्थन में मतदान किया। डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सीनेट में भी यदि महाभियोग पारित हो जाता है तो वह कभी भी व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के तौर पर पदभार नहीं संभाल सकेंगे और वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में भी भाग नहीं ले सकेंगे। इससे पहले पिछले वर्ष दिसंबर में भी ट्रंप पर राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल करने वाले जो बिडेन के बेटे के खिलाफ यूक्रेन पर दबाव बनाने को लेकर महाभियोग पारित किया था। सीनेट में यह महाभियोग हालांकि निरस्त हो गया था क्योंकि वहां रिपब्लिकन पार्टी  बहुमत में है।  


 छह जनवरी को हुआ था हंगामा 
गौरतलब है कि ट्रंप के समर्थकों ने छह जनवरी को वाशिंगटन में कांग्रेस बिल्डिंग कैपिटल हिल पर हमला कर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। यह हिंसक घटना उनके द्वारा व्हाइट हाउस के पास हजारों समर्थकों को संबोधित किये जाने के बाद हुयी। प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में दो महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो गयी जबकि पुलिस ने इस सिलसिले में 52 लोगों को गिरफ्तार किया है।  


आलोचना का सामना कर रहे हैं ट्रंप 
कैपिटॉल हिल पर हुए हमले के बाद तमाम सोशल मीडिया मंचों द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पहले कभी इतने खतरे में नहीं थी। उन्होंने इस बीच अपने समर्थकों से राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल करने वाले जो बिडेन के शपथ समारोह के दौरान किसी भी तरह की हिंसा नहीं करने की अपील भी की थी। इस घटना के बाद फेसबुक ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अकाउंट को कम से कम दो सप्ताह के लिए बंद रखने की घोषणा की है तथा ट्वीटर ने भी उनके अकॉउंट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और केवल यही नहीं यूट्यूब समेत गूगल प्ले स्टोर ने भी अपने प्लेटफार्म पर से उनसे जुड़ी एप और चैनल पर रोक लगा दी है।

vasudha

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