ट्रंप के दबाव में FDA ने Pfizer कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को दी मंजूरी

Saturday, Dec 12, 2020 - 11:12 AM (IST)

 वाशिंगटन:  व्हाइट हाउस  चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मेडोज द्वारा खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) के प्रमुख स्टीफन हान पर दबाव बनाने के बाद फाइजर कंपनी द्वारा निर्मित कोरोना वायरस टीके के आपात उपयोग की मंजूरी मिल गई । FDA के बाहरी सलाहकारों की एक समिति ने बृहस्पतिवार को इस टीके को मंजूरी दे दी  थी  और अगले चरण है  आधिकारिक मंजूरी मिलना  बाकी था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेडोज ने शुक्रवार को हान से फोन पर बात की। उन्होंने बताया कि हान ने संकेत दिए कि वह नियामकों को इस बारे में निर्देश देंगे।

 

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टीके को जल्द से जल्द मंजूरी देने के लिए दबाव बना रहे थे। अमेरिका में  कोरोना से अब तक 3,00,000 लोगों की जान जा चुकी है। एक अधिकारी ने बताया कि खाद्य एवं औषधि विभाग (FDA)  ने फाइजर (Pfizer) और उसके जर्मनी के साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के आपात स्थिति में उपयोग की इजाजत दी है।  इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रिपति डोनाल्ड ट्रंप ने  घोषणा कि कि अमेरिका में 24 घंटे से भी कम समय में वैक्सीन की पहली डोज दी जाएगी। 

 

अब आगामी दिनों में स्वास्थ्यकर्मियों एवं नर्सिंग होम कर्मियों के टीकाकरण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई अन्य देश सर्दियों से पहले अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण करना चाहते हैं ऐसे में टीके की पहली खुराकों की कमी होगी इसलिए इन्हें प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा। FDA का फैसला बड़े पैमाने पर जारी अध्ययन को लेकर जनता की समीक्षा के आंकड़ों के आधार पर लिया गया है।

 

 ट्रंप प्रशासन  FDA आरोप लगा रहा था कि एजेंसी की प्रक्रिया बहुत ही धीमी है। यहां तक की प्रशासन ने FDA  प्रमुख स्टीफन हान को धमकी तक दे डाली थी कि यदि टीके के बारे में फैसला शुक्रवार तक नहीं लिया गया तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा। एफडीए की मंजूरी मिलने के बाद अब अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान आरंभ हो जाएगा। अमेरिका मॉडर्ना द्वारा विकसित टीके पर भी विचार कर रहा है। 

Tanuja

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