कोविड वैक्सीन पर अमेरिका के नए ऐलान से  बवाल, वैज्ञानिकों  बोले- FDA का फैसला खतरनाक

punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 04:59 PM (IST)

Washington: अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव सेवा (HHS) मंत्री  रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर  ने 27 मई को घोषणा की कि अब  स्वस्थ बच्चों और गर्भवती महिलाओं  के लिए  कोविड-19 टीकाकरण अनिवार्य नहीं  रहेगा। यह निर्णय  रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) द्वारा  अनुशंसित टीकाकरण सूची में से कोविड-19 वैक्सीन को हटाने के रूप में लागू होगा।यह घोषणा एक वीडियो संदेश के माध्यम से  सोशल मीडिया मंच 'एक्स पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई, जिसमें कैनेडी के साथ  नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के निदेशक जे. भट्टाचार्य  और FDA आयुक्त मार्टी मकेरी भी शामिल थे। वीडियो में उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चों में वैक्सीन की आवश्यकता को साबित करने के पर्याप्त वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं हैं। 

 

 टीकाकरण बंद करने का कारण स्पष्ट नहीं 
हालांकि, इस फैसले में गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को बंद करने का कारण स्पष्ट नहीं किया गया, जबकि उन्हें पहले उच्च जोखिम वाली श्रेणी  में शामिल किया गया था। इस घोषणा से ठीक एक सप्ताह पहले 20 मई 2025 को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA)  ने भी स्पष्ट किया था कि अब टीकों के नए संस्करण  केवल  65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के और  गंभीर संक्रमण के उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए ही स्वीकृत किए जाएंगे। एफडीए ने टीका निर्माताओं से मांग की है कि वे अब ऐसे अध्ययन प्रस्तुत करें जो कम जोखिम वाले वर्गों में भी वैक्सीन की प्रभावशीलता को साबित कर सकें ।

 

विशेषज्ञों की तीखी प्रतिक्रिया
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी (ACOG) और अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) सहित कई स्वास्थ्य संगठनों ने इस निर्णय पर चिंता व्यक्त की है। ACOG ने कहा है कि गर्भवती महिलाओं को कोविड वैक्सीन देना मां और शिशु दोनों के लिए सुरक्षा कवच है । वहीं AAP ने 2024-25 में बच्चों की कोविड-19 से अस्पताल में भर्ती होने के आंकड़ों को टीकाकरण की आवश्यकता के पक्ष में रखा। यह निर्णय ऐसे समय पर लिया गया है जब  सीडीसी की वैक्सीनेशन सलाहकार समिति की अगली बैठक मात्र एक महीने दूर है, जिसमें 2025-26 के कोविड वैक्सीन दिशानिर्देशों की समीक्षा की जानी है।

 

किसे मिलेगा अब कोविड-19 का टीका? 
CDC और FDA की नई नीति के तहत अब केवल गंभीर जोखिम वाले लोग, जैसे कि  कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा, दमा और गर्भावस्था  जैसी स्थितियों से पीड़ित लोगों को ही टीका दिया जाएगा।एफडीए द्वारा प्रकाशित सूची के अनुसार अमेरिका में 10-20 करोड़ लोग  इस श्रेणी में आते हैं। हालांकि, कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि इस नीति में  उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के घरवालों या देखभाल करने वालों को शामिल न करना, संक्रमण फैलने का जोखिम बढ़ा सकता है।

 

बच्चों के टीकाकरण पर स्थिति अस्पष्ट
अब भी  छह महीने या उससे अधिक आयु के उच्च जोखिम वाले बच्चे  टीके के पात्र हैं। बाजार में पहले से उपलब्ध टीके अब भी मिलेंगे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कब तक। टीकाकरण से बच्चों को लाभ होता है या नहीं, इस पर आंकड़े सीमित हैं। ऐसे में टीका लेने का निर्णय अब माता-पिता और डॉक्टरों के विवेक पर निर्भर होगा।

 

आम लोगों के लिए टीका अब कैसे मिलेगा?
नई नीति के तहत स्वस्थ वयस्कों के लिए कोविड-19 टीका पाना अब मुश्किल हो सकता है। उन्हें न तो बीमा में वैक्सीन का कवर मिलेगा और न ही व्यापक तौर पर इसकी सिफारिश की जाएगी।विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की जोखिम-आधारित नीति  से व्यापक जन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि टीकाकरण की उच्च दर वाले समुदायों में वायरस के फैलाव की संभावना कम  होती है।
 


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Content Writer

Tanuja

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