USA में विकराल हुआ कोरोनाः 24 घंटों में 1200 की मौत, पैरों में GPS ट्रैकर बांध हो रही संक्रमितों की निगरानी

Monday, Apr 06, 2020 - 10:33 AM (IST)

वॉशिंगटनः चीन से दुनिया भर में फैल चुका कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे अबतक 12 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका में कोरोना के चलते हाहाकार मचा हुआ है यहां यह विकराल रूप लेता जा रहा है।। पिछले 12 घंटों में अमेरिका में वायरस की वजह से 1200 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तकरीबन 69,419 लोगों की जान ले ली है। इसमें सबसे अधिक इटली में 15887, स्पेन में 12641 मौतें हुई हैं।

वहीं, कोरोना वायरस के गढ़ रहे चीन में अब हालात पहले के मुकाबले काफी बेहतर होने लगे हैं। अमेरिका में कोरोना वायरस के तीन लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में 3,37,274 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। इसके अलावा 9,633 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से मदद भी मांगी है। ट्रंप ने पीएम मोदी से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा भिजवाने को कहा था। इसके जवाब में भारत ने कहा कि एक जिम्मेदार देश होने के नाते हमसे जितना हो सकेगा, हम मदद करेंगे। व

 

कोरोना से बचाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने सभी देशवासियों को जन स्वास्थ्य उपाय के तौर पर स्कार्फ या घर पर बने मास्क से चेहरा ढकने का सुझाव दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह खुद मास्क नहीं पहनेंगे। अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) का हवाला देते हुए ट्रंप ने लोगों से स्कार्फ या घर पर बने कपड़े के मास्क से चेहरा ढकने लेकिन चिकित्सा वाले मास्क स्वास्थ्यकर्मियों के लिए छोड़ने का अनुरोध किया है।

 पैरों में GPS ट्रैकर बांध हो रही संक्रमितों की निगरानी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कई संक्रमित अब भी खुद को पृथक रखने की बजाय घरों से बाहर निकल जाते हैं। ऐसे लोगों को नियंत्रित रखने के लिए अमेरिका के लुईसविले शहर में नया तरीका अपनाया गया है। इसके तहत कोरोना संक्रमितों के पैरों में जीपीएस ट्रैकर बांधकर नजर रखी जा रही है।स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. सारा मोयर ने बताया कि स्थानीय अदालत ने एक मामले में कोरोना संक्रमित मरीज और एक संदिग्ध व्यक्ति को घर पर रहने का आदेश दिया लेकिन वह अक्सर घर से बाहर निकल रहा था। इस पर अदालत ने उसके शरीर पर ट्रैकर लगाने और 14 दिन घर पर पृथक रखने का आदेश दिया है।

घर से बाहर निकलने पर चलेगा मुकद्दमा
जज एजेंला बिसिग ने इस मामले में सुधार विभाग को आदेश दिया है कि यदि इन 14 दिनों में कोरोना संक्रमित व्यक्ति दोबारा घर से बाहर निकलता है या ट्रैकर को शरीर से अलग कर देता है तो उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा।  लुईसविले शहर में एकमात्र व्यक्ति नहीं है, जिसे कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए इस प्रकार का ट्रैकर बांधा गया हो। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, अब तक इस प्रकार के आधा दर्जन के करीब मामले सामने आ चुके हैं, जिन्हें लॉकडाउन के निर्देशों का पालन नहीं करने पर इस प्रकार से ट्रैकिंग डिवाइस बांधा गया है। इसके जरिए लगातार उनकी कड़ी निगरानी की जा रही है।     

Tanuja

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