US: कोरोना के मामलों में बड़ा उछाल, अस्पतालों में भर्ती हुए रिकॉर्ड बच्चे

Tuesday, Aug 10, 2021 - 12:33 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की वजह से संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से उछाल आया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह वैरिएंट बच्चों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। अमेरिका के अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 से संक्रमित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जैसे ही गर्मी का मौसम अमेरिका में खत्म होना शुरू हुआ वैसे ही वहां पर कोरोना केस बढ़ने लगे। बच्चों ने अभी स्कूल जाना शुरू करना ही था कि केस बढ़ने लग गए और सबसे ज्यादा बच्चे इसकी चपेट में आने लग गए। ऐसे में यह भी बहस छिड़ी हुई है कि क्या बच्चों को स्कूल भेजा जाए या नहीं।

 

कोरोना पर राज्य दर राज्य रिपोर्ठ तैयार करने वाली अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) और चिल्ड्रन हॉस्पिटल एसोसिएशन (CHA) की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते करीब 94,000 नए बच्चे कोरोना संक्रमित हुए हैं और यह मामले दिन पर दिन और बढ़ते ही जा रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरे हाल लुइसियाना और फ्लोरिडा में है जहां पर कोरोना मामलों में बढ़ौतरी आई है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह डेल्टा वैरिएंट की वजह से हो रहा है, क्योंकि यह अल्फा स्ट्रेन की तुलना में बच्चों को अधिक संक्रमित करता है।  कम वैक्सीनेशन वाले क्षेत्रों में कोविड-19 से संक्रमित बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी देखी जा रही है। अस्पताल न्यू ऑरलियन्स के प्रमुख चिकित्सक डॉ मार्क क्लाइन ने बताया कि उनके अस्पताल में भारी संख्या में कोरोना संक्रमित बच्चे भर्ती हुए हैं। डॉ मार्क क्लाइन ने बताया कि उनके श्पताल में दो साल से कम उम्र के भर्ती बच्चों की संख्या ज्यादा है।

 

डॉ  क्लाइन ने न्यूज चैनल को बताया कि 10 साल और उससे रम उम्र के बच्चों को कोरोना अपना शिकार बना रहा है। उन्होंने कहा कि समस्या यह कि अभी इतने छोटे बच्चों को वैक्सीन भी नहीं लगी है। कोरोना से संक्रमित 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों में डेल्टा वैरिएंट पाया गया है। डॉक्टर ने कहा, 'हकीकत यह है कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अभी तक वैक्सीन नहीं है. 12 साल या उससे ज्यादा उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने इस उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन नहीं लगवाई है। बता दें कि अमेरिका में फाइजर की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी गई है, हालांकि यह 12 से 17 साल के बच्चों को लगाई जा रही है। फाइजर ने दावा किया है कि उसकी वैक्सीन बच्चों पर पूरे 100 प्रतिशत असरदार है।

Seema Sharma

Advertising