ब्रिटेन कराएगा विंडरश स्कैंडल की फिर से जांच, हजारों प्रवासी भारतीयों पर गिरेगी गाज

Thursday, May 03, 2018 - 05:28 AM (IST)

लंदनः इग्लैंड की पीएम थेरेसा मे ने बुधवार को यूके के गृह मंत्रालय को कहा कि वह फिर से विंडरश इमिग्रेशन घोटाले की जांच करें, हालांकि इसमें विरोधी गुटों ने अनुमान जताया कि इस स्कैंडल में सबसे ज़्यादा भारतीय प्रवासियों के प्रभावित होने का अनुमान है। प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने हाउस ऑफ कॉमन्स में मंत्रियों को बताया कि जांच करने की गति थोड़ी तेज़ करने की ज़रूरत है, उन्होंने कहा कि नए बने गृह मंत्री साजिद जावेद से मैं उम्मीद करती हूं कि वह निष्पक्ष, स्वतंत्र और बाहरी चुनौतियों को देखते हुए इस मामले की जांच सही ढंग के साथ करेंगे। 

गौरतलब है कि ब्रिटेन में विंडरश स्कैंडल के कारण आए राजनीतिक भूचाल के बाद ब्रिटिश सरकार हिल गई है। इस स्कैंडल की वजह से जहां गृहमंत्री अंबर रड को इस्तीफा देना पड़ा वहीं इसकी गाज हजारों प्रवासी भारतीयों पर गिर सकती है। 1971 से पहले राष्ट्रमंडल नागरिकों के तौर पर भारत से ब्रिटेन गए भारतीयों को जमैका मूल के लोगों के बाद दूसरी सबसे बड़ी नागरिकता वाले लोग होने का अनुमान लगाया गया है और इसी समूह के लोग वर्तमान विंडरश स्कैंडल में फंस गए हैं।

यह मुद्दा ब्रिटेन में रहने वाले जमैका मूल के हजारों लोगों को इस कारण से प्रत्यर्पण के लिए बाध्य किए जाने पर केंद्रित है कि उनके पास ब्रिटेन में रहने और काम करने का दस्तावेजी सबूत नहीं है। दरसअल ये लोग 1973 से पहले आए थे जब ब्रिटेन में आने वाले सभी राष्ट्रमंडल नागरिकों के लिए नई वीजा पॉलिसी लागू हुई थी। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में स्थित ब्रिटेन के माइग्रेशन ऑब्जर्वेटरी के अनुसार उस दौर के भारतीयों के इस अनुचित प्रत्यपर्ण से जूझने का कोई स्पष्ट मामला अब तक सामने तो नहीं आया है लेकिन अनुमान है कि 13000 भारतीय नागरिक प्रवासियों की इस श्रेणी में आते हैं। 

Pardeep

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