ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन ने विवादित एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाया

Saturday, Mar 20, 2021 - 12:38 PM (IST)

लंदनः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को शनिवार को कोविड-19 रोधी ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की विवादित कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवा लिया । हालांकि, कई यूरोपीय देशों ने खून के थक्के जमने की आशंका के चलते इस टीके की खुराक देने पर रोक लगा दी थी लेकिन अब यह टीका फिर से दिया जा रहा है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर उठ रहे सवालों के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद ट्वीट किया - मैंने अभी-अभी ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की पहली खुराक ली है। अविश्वसनीय वैज्ञानिकों, एनएचएस कर्मचारियों और वॉलंटियर्स सहित उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने ऐसा करने में मदद की। जिस लाइफ को हम मिस करते हैं उसे अपने जीवन में वापस पाने के लिए वैक्सीन लेना ही सबसे अच्छी चीज है। चलिए टीका लगवाया जाए।

उन्होंने कहा, “हमने हमेशा कहा है कि इस स्तर और गति के टीकाकरण अभियान में आपूर्ति में बाधा होना अवश्यम्भावी है और यह सच है कि कम समय में हमें टीके की कम खुराक मिल रही है। यह सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा आपूर्ति में हो रही देरी के कारण हो रहा है। वह इतनी बड़ी मात्रा में टीके का उत्पादन कर बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं। देरी का कारण यह भी है कि अभी ब्रिटेन में हमारे पास जो खेप है, उसकी दोबारा जांच की जानी है। इसलिए मार्च के मुकाबले अप्रैल में हमारे पास कम मात्रा में टीका उपलब्ध रहेगा। लेकिन यह भी फरवरी में उपलब्ध मात्रा से अधिक है।”

यूरोपीय और ब्रिटिश औषधि नियामक संस्थाओं के मुताबिक उन्होंने सभी उपलब्ध आकंड़ों का गहन वैज्ञानिक विश्लेषण किया है और निष्कर्ष निकाला है कि एस्ट्राजेनेका टीका लेने से खून के थक्के जमने का साक्ष्य नहीं मिला। यह टीका ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया और इसका उत्पादन एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रहे हैं। ब्रिटेन की दवा एवं स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी एमएचआरए ने सलाह दी है कि यह टीका लेने के बाद जिन लोगों को लगातार चार दिन तक सिर में दर्द की शिकायत हो उन्हें चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री टीके को लेकर व्याप्त संशय को भी दूर करना चाहते हैं।

Tanuja

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