तुर्की ने सऊदी अरब से पूछा, कहा है खशोगी का शव

Friday, Oct 26, 2018 - 05:33 PM (IST)

अंकाराः पत्रकार जमाल खशोगी के मर्डर का मामला धीरे-धीरे और गर्माता जा रहा है। समय समय पर खशोगी से जुडे मामलो में नए खुलासे होते आए है। इस बात की पुष्टि सऊदी अरब भी कर चुका है कि खशोगी की मौत हो चुकी है वहीं तुर्की के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को कहा कि इस्तांबुल स्थित अपने वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या करने वाले सऊदी अरब के अधिकारियों को यह अवश्य खुलासा करना चाहिए कि शव कहां है।

इस मामले से सऊदी सरकार जिस तरह से निपट रही है, उसकी तुर्की ने तीखी आलोचना की है। राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने यह भी कहा कि सऊदी अरब के मुख्य अभियोजक जांच के तहत रविवार को तुर्की पहुंचेंगे और तुर्की के अपने समकक्ष अधिकारियों से मिलेंगे। सऊदी अभियोजकों ने गुरूवार को कहा कि खशोगी की हत्या सुनियोजित थी। एर्दोआन ने कहा कि 2 अक्टूबर को वाणिज्य दूतावास में घुसने के बाद खशोगी की हत्या के बारे में तुर्की के पास जानकारी और सबूत है और यह उसका खुलासा करेगा।  उन्होंने संकेत दिया कि तुर्की सऊदी पर दबाव बनाने के लिए तैयार है।

सऊदी के बयान को बताया बचकाना
एर्दोआन ने तुर्की के सत्तारूढ़ दल के नेताओं को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह स्पष्ट है कि उनकी हत्या हुई है, लेकिन शव कहां पर है ? आपको शव दिखाना पड़ेगा। उन्होंने सऊदी के उन शुरूआती बयानों की आलोचना की, जिसमें दावा किया गया था कि खशोगीतुर्की की एक महिला से अपनी प्रस्तावित शादी के सिलसिले में कागजात से जुड़े काम को लेकर वहां गए थे और वहां से सुरक्षित निकले थे। एर्दोआन ने कहा, ‘‘वह (खशोगी) वाणिज्य दूतावास से निकलेंगे और अपनी मंगेतर को साथ नहीं ले जाएंगे ? यह कैसा बचकाना बयान है...।

खशोगी के बेटे हुए सऊदी अरब रवाना
एर्दोआन ने खशोगी की हत्या के मामले में गिरफ्तार 18 संदिग्धों की गिरफ्तारी के विषय पर कहा कि यदि आप उनसे सब कुछ नहीं उगलवा सकते हैं तो उन्हें हमे सौंप दीजिए और उन पर मुकदमा चलाने दीजिए।  इस बीच, खशोगी के बेटे सालाह सऊदी अरब से अमरीका के लिए रवाना हो गए हैं। सऊदी द्वारा यात्रा प्रतिबंध हटाने के बाद वह रवाना हुए।

क्या है पूरा मामला
खशोगी 2 अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में जाने के बाद लापता हो गए थे। वह अमरीका की प्रमुख अखबार में पत्रकार है। तुर्की के अधिकारियों को आशंका है कि सऊदी अरब ने उनका अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी लेकिन रियाद का कहना है कि पत्रकार वाणिज्य दूतावास से सुरक्षित निकल गए थे और उनकी हत्या के आरोप निराधार हैं। ट्रप ने भी खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब को चेतावनी दी है।

Isha

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