US शटडाऊन संकटः ट्रंप ने दी एमरजैंसी की धमकी, लाखों कर्मी घर बैठने को मजबूर

Monday, Jan 07, 2019 - 11:20 AM (IST)

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेक्सिको बॉर्डर वॉल बनाने की जिद के कारण देश पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसके लिए फंडिंग को मंजूरी न मिलने पर ट्रंप ने नैशनल एमरजैंसी की धमकी दे डाली है । फंडिंग पर संसद में असहमति की वजह से शटडाउन का यह तीसरा सप्ताह है यानी तीन हफ्तों से 8 लाखों सरकारी कर्मचारी बिना सैलरी के घर बैठने को मजबूर हैं।

अमरीका में सरकार का कामकाज ठप्प होने से जारी गतिरोध खत्म करने को लेकर व्हाइट हाऊस और कांग्रेस (अमरीकी संसद) के डैमोक्रेट्स के बीच हुई पहले दौर की वार्ता में कोई खास प्रगति नहीं हुई। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आगे बढऩे के लिए कोई गुंजाइश नहीं छोडऩे का आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच और चर्चा हो सकती है। वार्ता सत्र में हिस्सा नहीं लेने वाले अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सीमा सुरक्षा एवं अन्य विषयों पर व्हाइट हाऊस अधिकारियों से चर्चा के लिए कैंप डेविड में थे।

बातचीत बाधित होने के कारण प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने कहा कि डैमोक्रेट सदस्य एजैंसियों को फिर से खोलने के लिए विधेयकों को भेजना चाह रहे हैं। इसमें पहला राजकोष विभाग होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग अपनी कर वापसी प्राप्त करें। वहीं जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी बिना वेतन काम करने को मजबूर हैं।डेमोक्रेट्स की सीनेट एप्रोप्रिएशन कमेटी के अनुसार लगभग सवा 4 लाख सरकारी कर्मचारी बिना वेतन के काम करने को मजबूर हैं। इससे पहले भी अमेरिका में शटडाउन यानी बंदी की नौबत आती रही है।

क्या है शटडाऊन
अमेरिका में एंटी-डेफिशिएंसी नाम का कानून है, जिसके तहत पैसों की कमी होने पर सरकारी कर्मचारियों को काम रोकना होता है। संसद में फंडिंग के किसी मसले पर रजामंदी न हो पाने पर ये नौबत आती है। इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को जरूरी और कम-जरूरी, इन दो समूहों में बांट दिया जाता है। पहली श्रेणी के कर्मचारी काम पर तो आते हैं, लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिलता। वहीं दूसरी श्रेणी के कर्मचारी घर बिठा दिए जाते हैं, जब तक कि शटडाउन खत्म न हो जाए। इसके खत्म होने के बाद कर्मचारियों को उनका वेतन मिलता है और काम शुरू हो जाता है।
 

Tanuja

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