ट्रंप की टैरिफ धमकियों से अमेरिकी व्यापार जगत में हड़कंप, ग्राहकों से कहा-तुरंत कर लें शॉपिंग वर्ना...
punjabkesari.in Sunday, Dec 01, 2024 - 11:55 AM (IST)
Washington: डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद संभावित टैरिफ प्रस्तावों ने अमेरिकी व्यापार जगत में चिंता बढ़ा दी है। नव-निर्वाचित राष्ट्रपति द्वारा आयातित वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने की योजना से उपभोक्ता खर्च पर बड़ा असर पड़ सकता है। रिटेलर्स ने ग्राहकों को चेताया है कि कीमतें जल्द ही बढ़ सकती हैं, इसलिए शॉपिंग में देरी न करें। नेशनल रिटेल फेडरेशन के एक अध्ययन के मुताबिक, टैरिफ लागू होने से अमेरिकी खरीदारों की वार्षिक व्यय क्षमता में 78 बिलियन डॉलर की कमी होने की संभावना है। राष्ट्रपति ट्रम्प का यह कदम अमेरिकी व्यापारियों की मुश्किल बढ़ा सकता है वहीं वैश्विक टैरिफ युद्ध शुरू कर सकता है ।
टैरिफ प्रस्तावों का असर
ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान के दौरान आयातित वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने का वादा किया था। इन प्रस्तावों का मकसद अमेरिकी निर्माण को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना है। इसके अंतर्गत:
- चीनी वस्तुओं पर 60% टैरिफ।
- अन्य देशों से आयातित वस्तुओं पर 10-20% अतिरिक्त शुल्क।
- मैक्सिको और कनाडा से आयात पर 25% टैरिफ।
- चीन से आने वाले सामान पर अतिरिक्त 10% शुल्क।
ग्राहकों को चेतावनी क्यों?
अमेरिकी रिटेलर्स और व्यवसायों का कहना है कि प्रस्तावित टैरिफ से आयातित सामानों की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे रोजमर्रा की खरीदारी महंगी हो जाएगी। कई प्रमुख कंपनियों ने संभावित टैरिफ के असर को अपने मार्केटिंग अभियानों में शामिल नहीं किया है, लेकिन छोटे व्यवसायों ने ग्राहकों को चेताया है। छोटे व्यापार मालिकों ने चिंता जताई है कि टैरिफ के कारण कीमतें इतनी बढ़ जाएंगी कि ग्राहक खरीदारी से बचने लगेंगे। इससे उनका कारोबार प्रभावित होगा। महंगे उत्पादों के कारण उपभोक्ता खर्च में कमी आ सकती है और लोग खरीदारी में अधिक चयनशील हो सकते हैं।
रिटेलर्स की अपील
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता खर्च के कमजोर होने के शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं। कंपनियां भी टैरिफ के प्रभाव को लेकर असमंजस में हैं। बढ़ती कीमतों के कारण बाजार में अनिश्चितता बढ़ रही है, जिससे व्यवसाय और ग्राहक दोनों चिंतित हैं। अमेरिकी रिटेलर्स ने ग्राहकों से आग्रह किया है कि संभावित मूल्य वृद्धि से पहले ही खरीदारी कर लें। उनका कहना है कि यह कदम उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद साबित होगा क्योंकि टैरिफ लागू होने के बाद सामान महंगा हो सकता है। हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप प्रशासन किन टैरिफ योजनाओं को लागू करेगा और उनका असर कितना गहरा होगा। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ नीतियों से अमेरिकी बाजार में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे न केवल उपभोक्ताओं, बल्कि व्यापारियों और छोटे व्यवसायों को भी गंभीर आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है।