ट्रंप के इस प्रस्ताव पर विवाद

Sunday, May 28, 2017 - 01:25 PM (IST)

न्‍यूयार्कः राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के एक प्रस्‍ताव ने विवाद को जन्‍म दे दिया है। सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े एंरजैंसी ऑयल रिजर्व के आधे हिस्‍से को बेचकर बजट के घाटे को सुधारने का निर्णय लिया है जिसपर बड़ा विवाद शुरू हो गया है कि सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व अभी भी आवश्यक है या नहीं।

अमरीकियों को मुसीबतों से दूर रखने के लिए संघीय सरकार ने करीब 700 मिलियन बैरल तेल को छिपा दिया है जिससे गैसोलिन की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। हालांकि अभी ट्रंप के इस प्रस्‍ताव के कारगर होने की निश्‍चित तिथि अज्ञात है लेकिन 270 मिलियन बैरल तेल बेचकर ट्रंप के 2018 के वित्‍तीय बजट को अगले दशक में 16.6 बिलियन डॉलर के बढ़ोतरी की उम्‍मीद है।

1970 के अरब तेल प्रतिबंध के चलते सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व बनाया गया था, जो आज विश्‍व का सबसे बड़ा इमरजेंसी ऑयल रिजर्व है। कुछ विश्‍लेषकों ने चेताया कि आधे पेट्रोलियम रिजर्व को बेचना सही नहीं है। एनर्जी मार्केट रिसर्च फर्म के पेट्रोलियम विश्‍लेषक, कार्ल इवैंस के हवाले मुताबिक यह थोड़ा चिंताजनक है।

आप सरकार के बजट के घाटो को सुधार रहे हैं लेकिन कंज्‍यूमर को खतरे में रखकर। इवैंस ने वेनेजुएला और नाइजीरिया में राजनीतिक झगड़े से उत्पन्न खतरे की ओर इशारा किया जिससे ओपेक देशों में उत्पादन घट गया।
 

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