सऊदी प्रिंस सलमान के कारण अमरीका गए इमरान ख़ान

Monday, Jul 22, 2019 - 09:57 AM (IST)

इस्लामाबाद/दुबईः इस हफ्ते पाकिस्तान के अखबारों में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की अमरीका यात्रा, हाफ़िज़ सईद की गिरफ़्तारी, कुलभूषण जाधव मामले की आईसीजे में सुनवाई से जुड़ी ख़बरें दुनिया भर में सुर्ख़ियां बटोर रही हैं। इमरान खान रविवार को तीन दिनों के अमरीकी दौरे पर रवाना हो गए। अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से उनकी मुलाक़ात मंगलवार को होगी जिस पर पूरी दुनिया नजर गड़ाए बैठी है। पाक के अखबार एक्सप्रेस ने सुर्ख़ी लगाई है, ''ट्रंप-इमरान मुलाक़ात के पीछे सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान''।

अखबार में लिखा है कि इमरान ख़ान की अमरीका यात्रा कई महीनों की राजनयिक कोशिशों का नतीजा है लेकिन इसमें सबसे अहम किरदार सऊदी अरब के राजकुमार और सऊदी राजगद्दी के वारिस मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) का है। अखबार के अनुसार एमबीएस ने ट्रंप के दामाद के ज़रिए ट्रंप की तरफ़ से इमरान ख़ान को अमरीका आने का दावतनामा भिजवाया है।

बैक चैनल डिप्लोमेसी में शामिल एक उच्च अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखे जाने की शर्त पर अखबार एक्सप्रेस को बताया कि इमरान ख़ान राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अकेले मिलना चाहते थे ताकि वो उन ग़लतफ़हमियों को दूर कर सकें जो इस क्षेत्र में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर ट्रंप के ज़ेहन में हो सकती थीं। लेकिन, दोनों देशों के बीच ख़राब संबंध के कारण अमरीकी प्रशासन को इस बात के लिए तैयार करना आसान नहीं था।इसलिए पाकिस्तान ने अमरीकी प्रशासन को दरकिनार कर सीधे ट्रंप से संवाद करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने इस काम के लिए ग़ैर-परम्परागत रवैया अपनाने का फ़ैसला किया।

इसके लिए पाकिस्तान ने सऊदी अरब की मदद ली। इमरान ख़ान ने काफ़ी कम समय में एमबीएस से कई मुलाकातें कीं। एमबीएस और ट्रंप के दामाद बहुत अच्छे दोस्त हैं। आख़िरकार एमबीएस ने ही ट्रंप के दामाद के ज़रिए इमरान ख़ान को अमरीका की तरफ़ से बुलाने का न्यौता भिजवाया। अख़बार के अनुसार इमरान ख़ान के साथ पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा भी होंगे। अख़बार लिखता है कि भारत भी इस यात्रा पर नज़र गड़ाए हुए है।
 

Tanuja

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