ट्रूडो ने अमेरिका को तेवर दिखाते की नए साल की शरूआत, ट्रंप को दो टूक कहा- ''हल्के में न ले.. कनाडा आज़ाद और मजबूत देश ''
punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2025 - 03:54 PM (IST)
International Desk: 2025 के पहले दिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian PM Justin Trudeau) ने अपने नागरिकों को नए साल की शुभकामनाएं दी, लेकिन उनके संदेश में एक खास इशारा था जो सीधे तौर पर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) के खिलाफ था। ट्रंप ने हाल ही में कनाडा को अमेरिका का राज्य बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे ट्रूडो ने इशारों-इशारों में नकारते हुए कहा कि कोई भी उनकी बात को हल्के में न ले क्योंकि कनाडा एक स्वतंत्र और मजबूत देश है।
ट्रूडो ने अपने ट्वीट में लिखा, "देशभर में काउंटडाउन शुरू हो गया है। चाहे आप घर पर हों या विदेश में, 2025 नए अवसरों और चुनौतियों के साथ आएगा, लेकिन एक बात जो हम जानते हैं, वह यह है कि हमारा देश मजबूत और आज़ाद है, और हमें इसे अपना घर कहने पर गर्व है। हैप्पी न्यू ईयर कनाडा (Happy New Year Canada)।" इस ट्वीट में उनका संदेश साफ था कि कनाडा एक स्वतंत्र देश है और उसकी संप्रभुता को लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा। हाल ही में, ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ फ्लोरिडा स्थित अपने आवास मार-ए-लागो में एक डिनर के दौरान एक मजाकिया टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनने का प्रस्ताव दिया था। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर इस डिनर की तस्वीर साझा करते हुए ट्रूडो को "कनाडा का प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि गवर्नर" कहा था।
उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि अगर कनाडा अमेरिका का हिस्सा बन जाए, तो इसके नागरिकों को टैक्स में भारी छूट मिलेगी, उनके व्यवसायों का आकार बढ़ जाएगा और उन्हें अमेरिका की सैन्य सुरक्षा भी मिल सकती है। ट्रंप ने इसे एक मजाक के तौर पर कहा था, लेकिन यह बयान राजनीतिक रूप से विवादास्पद हो गया। ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि अगर कनाडा अमेरिका का हिस्सा बनता है तो "उनके टैक्सों में 60 प्रतिशत से अधिक की कटौती हो जाएगी, उनके व्यवसायों का आकार तुरंत दोगुना हो जाएगा, और उन्हें अमेरिका की सैन्य सुरक्षा प्राप्त हो जाएगी, जो दुनिया के किसी भी अन्य देश को नहीं मिल सकती।" ट्रंप ने यह भी कहा कि कनाडा के नेतृत्व के लिए मशहूर नेशनल हॉकी लीग (NHL) के दिग्गज खिलाड़ी वेन ग्रेट्जकी को चुना जाना चाहिए।
इस बयान पर ट्रूडो ने सीधे तौर पर जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कनाडा की संप्रभुता और स्वतंत्रता का बचाव किया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कनाडा किसी भी तरह से अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेगा और देश की सत्ता और ताकत पर उसे गर्व है। उनका यह बयान कनाडा और ट्रंप के बीच के संबंधों में और अधिक तनी हुई स्थिति को दर्शाता है। ट्रूडो ने अपने ट्वीट के जरिए न सिर्फ ट्रंप के बयान का खंडन किया, बल्कि कनाडा के स्वतंत्रता और संप्रभुता को लेकर भी अपनी स्थिति स्पष्ट की। यह विवाद अब राजनीतिक स्तर पर भी सुर्खियां बन गया है, क्योंकि ट्रंप की टिप्पणियों ने अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है। कनाडा और अमेरिका के रिश्तों में यह नया मोड़ दोनों देशों के नेताओं के बीच एक प्रकार की शक्ति प्रदर्शन और कूटनीतिक जंग को दर्शाता है।