PICS : यहां जानवरों की जिंदगी नर्क से भी बदतर, तस्वीरें देख दहल जाएगा दिल

Saturday, Jul 09, 2016 - 01:35 PM (IST)

अफ्रीका: दुनियाभर में एेसे कई प्रकार के प्रजातियों के लोग रहते हैं। जिनकी अपनी अलग-अलग तरहा के रिवाज व परंपराएं होती है। इन्हीं में एक है- 'मसाई ट्राइब्स'। ये लोग मूल तौर पर अफ्रिका के रहने वाले हैं। लेकिन केन्या और तंजानिया के इलाकों में भी रहते हैं। मसाई ट्राइब्स को योद्धाओं के रूप में जाना जाता हैं। इन इलाकों में इनकी संख्या करीब 10 लाख के आसपास है। इतना ही नहीं ये लोग यहां जानवरों का मांस खाकर और खून पीकर रहते हैं।

टूरिस्ट प्लेसेज के पास रहने के चलते हैं मशहूर
जानकारी के मुताबिक ये आदिवासी अपने कल्चर और पॉपुलर टूरिस्ट प्लेसेज के पास रहने के चलते ये काफी मशहूर हैं। ये लोग ज्यादातर मसाई मारा, सेरेनगेटी और अंबोसेली जैसे रिजर्व के पास रहते हैं। इनके अपने बनाए मौखिक नियम-कायदे हैं, जो इनकी जिंदगी के सभी पहलुओं को समेटते हैं।

बता दें कि मसाई समुदाय में समूह का बुजुर्ग पुरुष मुखिया होता है और उसी के फैसले माने जाते हैं। इनके लाल रंग के कपड़ों से इन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है, जिसे शुका कहते हैं। यहां मौत के बाद शव दफनाया नहीं जाता, बल्कि खुले में छोड़ दिया जाता है। इन लोगों का मानना है कि शव को दफनाने से जमीन खराब हो जाती है।

पीते हैं जानवरों का खून

बता दें कि मसाई आदिवासी घुमंतुओं की तरह जिंदगी जीते हैं, ताकि इनके जानवरों को चरने के लिए नई जगह मिल सके। इनकी जिंदगी में जानवरों की भूमिका काफी अहम है, ये मसाई आदिवासियों के खाने का जरिया हैं। इतना ही नहीं इनकी संपत्ति इनके जानवरों और बच्चों की संख्या से तय होती है। मसाई खाने के लिए दूध और मीट से लेकर कुछ खास मौकों पर एनिमल ब्लड तक का इस्तेमाल करते हैं।

बताया जा रहा है कि खतना के बाद या फिर बीमारी और डिलिवरी जैसे मौकों पर ये लोग जानवरों का खून पीते हैं। जानवरों के खून को इम्युन सिस्टम के लिए अच्छा माना जाता है। इसके अलावा नशा कम करने के लिए या हैंगओवर कम करने के लिए खून पीते हैं।ये जहां भी जाते हैं, छोटी-छोटी झोपड़ियां बनाकर रहते हैं, जिसके चारों तरफ फेंसिंग होती है। जानवरों की खाल को ये आदिवासी बिस्तर के तौर पर इस्तेमाल होती है। 

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