उ. कोरिया की जेलों में बंद अमरीकी नागरिक होटल में शिफ्ट, आजादी की अटकलें तेज

punjabkesari.in Sunday, May 06, 2018 - 12:46 PM (IST)

वॉशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन की आगामी बैठक से पहले खबर आई है कि हिरासत में लिए गए लोगों को लेबर कैम्प से राजधानी प्योंगयांग के नजदीक एक होटल में शिफ्ट किया गया है जिसने उनकी आजादी की अटकलें तेज कर दी हैं। इससे लगता है कि  उत्तर कोरिया की जेलों में बंद अमरीकी नागरिकों की रिहाई में असाधारण तेजी देखने को मिल सकती है।

पूर्व कैदी अक्सर बताते हैं कि महीनों और सालों की तकलीफों के बाद खुद को अमरीकी प्लेन में पाया और उन्हें बताया गया कि वे घर जा रहे हैं। उत्तर कोरिया में सबसे अधिक वक्त तक बंधक रहे अमरीकी नागरिक केनेथ बाए ने एक इंटरव्यू में बताया, 'आखिरी वक्त तक मुझे मेरी रिहाई की जानकारी नहीं थी। मैं अस्पताल में था और मुझे होटल ले जाया जा रहा था। 2014 में उसकी आजादी की सूचना दी गई और अमरीकी प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आए और 30 मिनट के अंदर उसे उत्तर कोरिया से बाहर ले जाया गया। वह 24 घंटे में अपने घर सिएटल पहुंचे जहां उनका परिवार इंतजार कर रहा था। केनेथ बताते हैं कि 2 साल की कैद में 30 गार्ड उनपर नजर रखते थे। 

उल्लेखनीय है कि कोरिया युद्ध की समाप्ति के बाद उत्तर कोरिया ने 17 अमरीकी नागरिकों को बंधक बनाया था, इनमें से अधिकांश मानवतावादी वजहों से यहां आए थे। पूर्व कैदी बताते हैं कि वे दुनिया से कट गए थे और समय जैसे रुक गया था। पूर्व कैदियों में पर्यटक से लेकर पत्रकार तक शामिल हैं। उनका कहना है कि उनसे घंटों पूछताछ की गई और उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई। इनमें से कुछ बताते हैं कि अलग-थलग कर दिए जाने के कारण वे खुदकुशी के बारे में सोचने लगे थे। 

बता दें कि अमरीका, उत्तर कोरिया के साथ अपनी हर डील में अपने नागरिकों की रिहाई की मांग करता है, जिसे प्योंगयांग ने अपनी वजहों से कैद कर रखा है। एक अधिकारी ने बताया कि कभी-कभी रिहाई की व्यवस्था अमरीका की विदेश विभाग और कभी-कभी अमरीकी खुफिया विभाग द्वारा की जाती है। उन्होंने बताया, 'वे सिर्फ उन्हें रखते नहीं। वे उन्हें एक वजह के लिए रखते हैं और एक वजह के लिए रिहा करते हैं।' इस वक्त रिहाई की वजह आगामी बैठक है।


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Tanuja

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