ये 10 कानून हैं महिलाअाें के लिए अभिशाप!

Friday, Sep 02, 2016 - 06:33 PM (IST)

नई दिल्लीः पूरी दुनिया में महिलाअाें काे उनके अधिकार दिलाने और उनके विकास के लिए बड़ी-बड़ी बातें और अांदाेलन किए जा रहे हैं। साेशल मीडिया पर भी लाेग इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रियााएं दे रहे हैं। लेकिन क्या सच में महिलाअाें काे उनके अधिकार दिए जा रहे हैं। शायद नहीं, यही वजह है कि अाज भी दुनिया के कई देशों में ऐसे कानून हैं, जो महिलाअाें को उनके हक देने से राेकते हैं। चाहे फिर वाे हक कपड़े पहनने, खाने-पीने, रहने जैसे कई मुद्दाें से संबंधित हाे।

आज हम आपको ऐसे कानूनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जाे महिलाअाें के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं। जानें काैन से देशाें में है ये कठाेर कानूनः-

1. पति कर सकता है रेप

उत्तरी अमरीकी महाद्वीप के कैरेबियाई देश बहामास में एक पति को ये हक़ है कि वो अपनी पत्नी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बना सकता है। बस उसकी पत्नी की उम्र 14 साल से ज्यादा हाेनी चाहिए। सिंगापुर में भी पति को पत्नी का रेप करने का अधिकार मिला हुआ है, यहां पत्नी की उम्र 13 साल से अधिक तय की गई है।

2. रेप के बाद शादी और सजा माफ
लेबनान में अगर कोई भी पुरुष किसी महिला का अपहरण या रेप करता है तो उस महिला से शादी के लिए राजी हाेने पर उसकी सजा माफ कर दी जाती है। यूरोपीय देश माल्टा में भी एेसा ही नियम है।

3. धोखेबाज पत्नी की हत्या
मिस्र में पत्नी द्वारा धोखा देने पर पति काे हक है कि वह चाहे ताे उसकी हत्या कर सकता है। सीरिया में भी अगर काेई महिला किसी सेक्सुअल एक्टिविटी में शामिल है, ताे कोई भी पुरुष अपनी मां, बहन, पत्नी और बेटी की हत्या करने के लिए स्वतंत्र है।

4. महिला को पीटने की अाजादी
नाइजीरिया में कानूनी रूप से एक पुरुष, पत्नी को पीट सकता है और उस पर कानून तब तक कारवाही नहीं हाेती, जब तक की पत्नी गंभीर रूप से घायल ना हाे जाए। 

5. पति तय करेंगे कहां करनी है जॉब
कैमरून और गिनी जैसे देशों में पति को पत्नी की जॉब पर फ़ैसला लेने का हक़ होता है। अगर पति काे पत्नी का काम पसंद नहीं है या वह उसकी मनमर्जी मुताबिक नहीं है, ताे वह उसे राेक सकता है। 

6. महिला काे नहीं तलाक़ लेने का हक 
इज़राइल में शादियां और तलाक़ धार्मिक कानूनों के आधार पर होते हैं। यहां कानून तलाक़ तभी होता है, जब पुरुष तलाक़ लेना चाहे।

7. महिला की गवाही बेबुनियाद
पाकिस्तान में कुछ मामलों में पुरुषाें के दिए सबूत के मुकाबले महिलाअाें द्वारा दिए गए सबूत बेबुनियाद माने जाते है। 

8. ड्राइविंग करने पर सजा 
सऊदी अरब में महिलाएं न तो ड्राइव कर सकती हैं और न ही ड्राइविंग लाइसेंस ले सकती हैं। एेसा करने पर उन्हें सजा भी मिल सकती है।

9. लड़कियाें काे नहीं बनाते वारिस
ट्यूनीशिया में लड़कियों का वारिस बनने का अधिकार सीमित है। यहां ज्यादातर बेटे ही वारिस बनने के अधिकारी होते हैं।

10. अपनी मर्ज़ी से बाहर नहीं निकलती
अफगानिस्तान और यमन जैसे देशों में कानून पुरुष अपनी पत्नी के घर से निकलने पर रोक लगा सकता है।

Advertising