अमेरिका की रिपोर्ट में रोहिंग्याओं के खिलाफ हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा

Tuesday, Sep 25, 2018 - 03:33 PM (IST)

वॉशिंगटनः  म्यांमार में हत्या एवं बलात्कार सहित रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ म्यांमार सेना द्वारा की गई हिंसा के बारे में अमेरिका ने सोमवार को कहा कि यह सुनियोजित थी और उसे इसके साक्ष्य भी मिले हैं। म्यांमार पर संयुक्त राष्ट्र में एक बैठक के दौरान रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए अमेरिका के 18.5 करोड़ डॉलर का फंड घोषित करने के फौरन बाद ही विदेश मंत्रालय ने यह रिपोर्ट जारी की।

विदेश मंत्रालय का यह अध्ययन अप्रैल में 1,024 रोहिंग्या वयस्कों के साक्षात्कार पर आधारित है, जिन्होंने हिंसा के बाद पड़ोसी बांग्लादेश में शरण ली थी। इस अध्ययन में ऐसे ही वाकयों का जिक्र किया गया है, जो मानवाधिकार समूहों की रिपोर्ट से मिलता-जुलता है। लेकिन इसमें घटनाओं के विवरण को निष्पक्ष एवं संयमित तरीके से रखा गया है। रिपोर्ट में रोहिंग्याओं की सामूहिक हत्या का विवरण देने के लिए जाति-संहार या नस्लीय सफाया जैसे शब्द नहीं इस्तेमाल किए गए हैं।

रोहिंग्या वो मुसलमान हैं जो मुख्य रूप से रखाइन प्रांत में रहते हैं और वहां के बहुसंख्यक बौद्ध समुदाय उनकी उपेक्षा करते हैं। उन्हें नागरिक अधिकार नहीं हासिल हैं।विदेश मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ इंटेलिजेंस एंड रिसर्च की इस रिपोर्ट में कहा गया, "सर्वेक्षण से पता चलता है कि उत्तरी रखाइन प्रांत में हुई हालिया हिंसा बहुत बड़े पैमाने पर हुई थी और ऐसा लगता है कि इसके पीछे मकसद रोहिंग्या आबादी को आतंकित करना और उन्हें यहां से खदेड़ना था।"
 

 

 
 

Tanuja

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