इन 2 पाकिस्तानी महिला पायलटों की पूरे देश में हो रही तारीफ, डेथ जोन के बीच उड़ाया प्लेन
Saturday, Jun 23, 2018 - 01:00 PM (IST)
इस्लामाबादः आज के समय में लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। इन दिनों सोशल मीडियां पर दो पाकिस्तानियों लड़कियों की जमकर तारीफ हो रही है और ये तारीफ इसलिए क्योंकि जो काम इन्होंने किया है उसे शायद ही कोई मुमकिन कर पाता।
The flight to Gilgit is very challenging and requires a lot of precision and technique. Our dynamic duo, Captain Maryam Masood and First Officer Shumaila Mazhar make it look so easy as they fly through the mountains celebrating the beauty of our northern areas! Way to go!! #PIA pic.twitter.com/UOQC8VbRUZ
— PIA (@Official_PIA) June 21, 2018
पाकिस्तान की दो पायलट कैप्टन मरियम मसूद और फर्स्ट ऑफिसर शुमायला मजहर ने हाल ही में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की फ्लाइट को गिलगित इलाके में उड़ाया। यह इलाका डेथ जोन कहलाता है क्योंकि वहां 23 हजार फीट ऊंचे कई पहाड़ हैं। इस प्लेन ने इस्लामाबाद से उड़ान भरी थी और गिलगित-बाल्टिस्तान से लौट आया था। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने महिला पायलटों की तारीफ में ट्वीट किया।
इस ट्वीट को अब तक 11 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं और 3300 से ज्यादा लोग इसे री-ट्वीट कर चुके हैं। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने इन महिला पायलटों की तारीफ में लिखा- ''गिलगिट के लिए उड़ान बहुत मुश्किलभरी होती है। वहां से उड़ान भरने के लिए तकनीक रूप से दक्ष और सटीक होने की जरूरत होती है। कैप्टन मरियम और शुमायला ने दुर्गम पहाड़ों के बीच से बेहद आसानी से प्लेन उड़ाया।
गिलगित में सांस लेना भी मुश्किल
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों पायलटों ने जिस इलाके से विमान उड़ाया, वहां हिमालय और काराकोरम पर्वत श्रृंखला की 14 चोटियां हैं। वहां से उड़ान भरना बेहद मुश्किल होता है। यह इलाका ऐट-थाउंजेंडर्स में आता है। ऐट-थाउंजेंडर्स में समुद्र स्तर से 23 हजार से 26 हजार फीट ऊंचे पहाड़ हैं। यहां मैदानी इलाकों के मुकाबले ऑक्सीजन लेवल 30% कम होता है। उमर हसन ने ट्विटर पर लिखा कि पाकिस्तान की इन महिलाओं पर हम फख्र करते हैं। आसिफ पाशा ने ट्वीट किया- मेरी बेटी 8 साल की है। वह भी आपकी तरह पायलट बनना चाहती है। इसमें अभी वक्त लगेगा लेकिन आप दोनों महिलाओं से प्रेरित होकर, वह भी एक दिन पायलट जरूर बनेगी।