युद्धविराम बाद गाजा लौटते ही सहम गए लाखों फिलीस्तीनी ! खंडहर बने घर देख फूट-फूट कर रोए, भावुक कर देंगे ये Video

punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 01:32 PM (IST)

International Desk: गाजा-इसराइल युद्धविराम के बाद बड़ी संख्या में विस्थापित फिलीस्तीनी अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। गाजा के एक सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह  नेट्ज़रिम कॉरिडोर  खोलने के दो घंटे के भीतर करीब दो लाख विस्थापित लोग पैदल चलते हुए उत्तरी गाजा में दाखिल हुए। यह युद्धविराम उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है, जो लंबे समय से अपने घरों को लौटने की प्रतीक्षा कर रहे थे। अपने घरों की ओर लौट रहे फ़िलीस्तीनियों के चेहरे पर मिली-जुली भावनाएं दिख रही हैं। एक तरफ उन्हें घर लौटने की खुशी है, तो दूसरी तरफ तबाही का मंजर देखकर मायूसी छा रही है। वापस लौटे कुछ फिलीस्तीनी तो  खंडहर बने अपने घर देख फूट-फूट कर रो रहे हैं।  सरकारी आंकड़ों के अनुसार,  गाजा शहर और उत्तरी इलाकों में लौटने वाले विस्थापितों के लिए लगभग 135,000 टेंट की जरूरत होगी।  

 

— Translating Falasteen (Palestine) (@translatingpal) January 20, 2025

 बीबीसी संवाददाता रुश्दी अबु अलूफ़  ने बताया कि लोग सड़कों पर अपने तबाह घरों को देखकर टूटे हुए दिल के साथ लौट रहे हैं। कई इलाकों में ऐसा लग रहा है जैसे कोई बड़ा भूकंप आया हो।  55 वर्षीय ख़ालिद राबा , जो दक्षिणी गाजा पट्टी के ख़ान यूनिस में शरण लिए हुए हैं, ने  कहा,  "मैं मूल रूप से जबालिया से हूं, जो उत्तरी गाजा में है। हम घर लौटने की योजना बना रहे थे, लेकिन हमारे रिश्तेदारों ने हमें रुकने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि हमारे घर पूरी तरह से ज़मींदोज़ हो चुके हैं, और वहां कोई सहायता उपलब्ध नहीं है।"

 

 

 

 सैटेलाइट तस्वीरों के हालिया विश्लेषण से पता चलता है कि गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में विनाश का स्तर सबसे अधिक है।   उत्तरी गाजा के प्रशासनिक क्षेत्र में 69.8% इमारतें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं।  गाजा शहर के प्रशासनिक क्षेत्र में 74.2% इमारतें ध्वस्त हैं।   पूरी गाजा पट्टी में   59.8% इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हैं। तबाही के चलते सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग बेघर हैं और कई परिवार टेंट में रहने को मजबूर हैं।  

 PunjabKesari
हालांकि इस युद्धविराम के बाद चरमपंथी संगठन हमास  ने इस वापसी को  "हमारे लोगों की जीत"  करार दिया है। हमास के एक प्रवक्ता ने कहा, *"यह विस्थापन और इसराइली कब्जे की योजना की असफलता और हार का संकेत है।" वहीं, इसराइली प्रधानमंत्री  बिन्यामिन नेतन्याहू ने रविवार देर रात कहा कि यह कॉरिडोर तब खोला गया जब हमास ने  इसराइली बंधक अर्बेल येहुद  को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की। युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने  33 इसराइली बंधकों को रिहा करने का वादा किया था, जिसके बदले 1,900 फ़लस्तीनी क़ैदी रिहा किए जाने थे।

 

 

 

हालांकि इसराइल ने हमास पर समझौते की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। रुश्दी अबु अलूफ़ के अनुसार, विस्थापित लोग उत्तरी गाजा में बड़ी संख्या में लौट रहे हैं, लेकिन वहां उनकी समस्याएं खत्म होने के बजाय बढ़ रही हैं।  क्योंकि टेंट और अस्थायी आवासों की कमी है।  भोजन और पानी की उपलब्धता नहीं तथामदद के नाम पर इंतजार और अनिश्चितता दिख रही है। कार से लौटने वाले लोगों को चेकप्वाइंट पर कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं, पैदल चल रहे लोग सीधे अपने इलाकों में पहुंच रहे हैं लेकिन बर्बादी देखकर उनकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिक रही।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Related News