ब्रिटेन में टैक्सी ड्राइवर ने भारतीय मूल की दिव्यांग यात्री की मदद करने से किया इनकार, निलंबित

Tuesday, Jun 18, 2019 - 06:35 PM (IST)

लंदनः ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में भारतीय मूल की एक दिव्यांग महिला को मंदिर के रैंप से नीचे उतरने और कार में चढ़ने में मदद करने से इनकार करने वाले टैक्सी ड्राइवर को ‘‘अनिश्चितकाल के लिये'' निलंबित कर दिया गया है। ड्राइवर के इस बर्ताव से व्हीलचेयर पर बैठी महिला ने‘‘अपमानित'' महसूस किया। तीन साल पहले सरोज सेठ का दायां पैर कट गया था। ईस्ट मिडलैंड्स शहर के क्लेरेंडॉन पार्क रोड स्थित श्री गीता भवन मंदिर में दर्शन के बाद उन्होंने ड्राइवर से वाहन में चढ़ने में मदद करने को कहा था।

78 वर्षीय पूर्व मजिस्ट्रेट ने कहा कि ड्राइवर के उनकी मदद से इनकार कर दिया और कार आगे बढ़ा दी, इससे उन्होंने खुद को ‘‘अपमानित'' महसूस किया। उन्होंने कहा, ‘‘उसने कोई सहानुभूति नहीं दिखायी और न ही उसने दया भाव दिखाया।'' सेठ को 2011 में लीसेस्टर में सामुदायिक सामंजस्य के क्षेत्र में सेवा के लिये महारानी एलिजाबेथ से ‘मोस्ट एक्सिलेंट ऑर्डर ऑफ दी ब्रिटिश एम्पायर' (एमबीई) का सम्मान मिला था।

उन्होंने ‘बीबीसी' को बताया, ‘‘उसने कहा ‘ना किसी दिव्यांग को ले जाना उसके लिए बोझ है' और कहा कि वह व्हीलचेयर को छूने भी नहीं जा रहा है। वह मेरे पास नहीं आना चाहता था और अपनी कार के पास ही खड़ा रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना से मुझे बहुत गुस्सा बाया कि मेरी इतनी मेहनत के बावजूद लोग अब तक (समानता के बारे में) समझ नहीं पाये हैं और लोगों के मन में उन असहाय, दूसरों पर आश्रित लोगों के प्रति न तो कोई करुणा और न ही दया का भाव है।'' इस घटना की प्रत्यक्षदर्शी रहीं निशा सहदेव ने ट्विटर पर ड्राइवर के बर्ताव की शिकायत की।

निशा ने लिखा, मंदिर के रैंप से उतरने और कार में चढ़ने में मदद करने से इनकार करने के बाद वह वहां से चला गया और बुजुर्ग महिला मंदिर के बाहर बारिश में सड़क पर अपने व्हीलचेयर पर बैठी रही। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हैरान और बुरा महसूस कर रही थी! वह अपनी कार में सवार हुआ और आगे बढ़ गया।'' एडीटी टैक्सीज ने कहा कि ड्राइवर को अनिश्चित काल के लिये निलंबित कर दिया गया है और कंपनी जांच कर रही है। सेठ इसी कार कंपनी की सेवा नियमित रूप से लेती हैं। भाषा

 

Yaspal

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