तालिबान के इस्लाम का एकाधिकार संस्करण छीन लेगा अफगान महिलाओं के अधिकार : रिपोर्ट

Wednesday, Sep 22, 2021 - 05:26 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: एक मीडिया रिपोर्ट में तालिबान शासन में अफगान महिलाओं के अधिकारों को लेकर चिंता जताई गई है। मंगलवार को सामने आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगान महिलाओं को एक बार फिर सीमित अधिकारों और अफगानिस्तान में  दमन के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक के रूप में माना जाएगा।

 

पाकिस्तान के द न्यूज इंटरनेशनल में जारी इस रिपोर्ट में कहा गया कि तालिबान रात की कठोर वास्तविकता यह है कि अफगान महिलाओं को अपने ही देश में बेरोकटोक दमन का सामना करना पड़ेगा । तालिबान इस्लाम के अपने एकाधिकार संस्करण के नाम पर अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों और स्वतंत्रता  पर बंदिशें लगा देंगे।  द न्यूज इंटरनेशनल ने कहा कि अफगान महिलाओं को न केवल शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ेगा बल्कि यह संरचनात्मक, सांस्कृतिक और संस्थागत भी होगा।

 

अभी तक तालिबान महिलाओं को कार्यस्थलों पर पुरुषों के साथ काम करने की इजाजत नहीं दे रहा है। जो महिलाएं अतीत में पुरुषों के साथ काम करती थीं, उन्हें अफगान राष्ट्रीय टीवी पर एक आतंकवादी तालिब नेता द्वारा "वेश्या" कहा जाता था। तालिबान ने हाल ही में सभी महिलाओं (युवा लड़कियों सहित) के लिए एक प्राचीन संस्करण पेश किया और उन्हें खेल और अन्य से प्रतिबंधित कर दिया। तालिबान नियंत्रित अफगानिस्तान से उत्पन्न इस तरह के लैंगिक रंगभेद देश की शांति के लिए खतरा साबित होगा ।

Tanuja

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